Haryana scam: जिस राइस मिल में लगी आग, उस पर हजारों क्विंटल का गबन का केस दर्ज
यमुनानगर में गबन का मामला सामने आया है। राइस मिल में हजारों क्विंटल गबन का मामला है। अब राइस मिल के मालिक पर केस दर्ज कर लिया गया है।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। जीरी के बदले चावल न लौटाने वाले राइस मिलरों पर शिंकजा कसना शुरू हो गया है। हैफेड ने खोल फतेहगढ़ के श्रीराम एग्रो फूड्स के मालिक दिनेश कुमार पर गबन का केस दर्ज कराया रहा है। राइस मिलर ने 22 हजार 671 क्विंटल चावल का गबन किया है।
पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, बहादुरगढ़ निवासी दिनेश कुमार का श्रीराम एग्रो फूड्स के नाम से राइस मिल है। मिल के साथ हैफेड का इकरारनामा हुआ था। जिसमें वर्ष 2019-20 के दौरान 42490 क्विंटल जीरी का चावल तय समय सीमा में लौटाना था। जो 28 हजार 468 क्विंटल बनता था, लेकिन मिलर ने 5796 क्विंटल ही चावल लौटाया। शेष चावल नहीं दिया गया। जिस पर विभाग ने कमेटी बनाकर मिल की भौतिक जांच कराई। जिसमें 30217.81 क्विंटल जीरी कम पाई गई। इसके साथ ही मिलर ने 29449 जूट बैग, 662 लकडी के क्रैट और 74 तरपाले भी हैफेड को वापिस नहीं की गई। इस तरह से करीब सवा आठ करोड़ रुपये का सरकार को चूना लगाया गया। हैफेड के जिला प्रबंधक अनिल रावत की ओर से यह केस दर्ज कराया गया है।
मिल में लग गई थी आग
इस राइस मिल में 28 जून माह में संदिग्ध परिस्थितियों में आग गई थी। उस समय दावा किया गया था कि आग से मिल का सारा सामान व स्टॉक जलकर राख हो गया है। इसके बाद से ही मिल सवालों के घेरे में था, क्योंकि इस मिल ने पहले ही काफी कम चावल वापस किया था। जिससे इसकी गतिविधि संदिग्ध लगी। इस पर अधिकारियों को शक था। इसके बाद जांच की गई थी। जिसमें स्टॉक काफी कम मिला। जबकि सरकार का नियम है कि राइस मिलर को पूरा चावल वापस करना होता है। अब इस मामले में केस दर्ज होने से अन्य राइस मिलरों में भी हड़कंप मचा हुआ है। करीब 25 राइस मिल ऐसे हैं। जिन्होंने अभी तक चावल वापस नहीं किया है। उनको भी नोटिस दिए जा रहे हैं।