केयर टेकर ने मालिक का अपहरण कर फैक्ट्री कब्जाई, राष्ट्रपति को भेजी शिकायत तब केस दर्ज Panipat News
बिहार के मुजफ्फरपुर के दिलीप की बबैल रोड पर 300 गज में फैक्ट्री है। केयर टेकर ने 2016 में पिता का अपहरण कर लिया था। राष्ट्रपति को शिकायत के बाद केस दर्ज हुआ।
पानीपत, जेएनएन। रुई की फैक्ट्री के केयर टेकर ने ही बिहार के मालिक का अपहरण करने के बाद फैक्ट्री का सामान चोरी किया और उसपर कब्जा कर लिया। मालिक के बेटे ने आरोपितों पर कार्रवाई के लिये पानीपत और बिहार के मुजफ्फरपुर थाने में शिकायत की, लेकिन तीन साल बाद भी आरोपितों पर कार्रवाई नहीं की गई। अब राष्ट्रपति को शिकायत करने के बाद किला थाना पुलिस ने केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू की है।
मूलरूप से मुजफ्फरपुर के मुहल्ला ब्रह्मपुरा के दिलीप शाह ने बताया कि उसके पिता यमुना शाह की बबैल रोड पर रुई की फैक्ट्री है। जिसमें कई मशीनें लगी हुई थी। उसके पिता ने बबैल रोड स्थित मनमोहन नगर के जोगेंद्र को देख-रेख के लिये रखा हुआ था।
जून 2016 में हुआ अपहरण
आरोप है कि जोगेंद्र ने अपने साथियों की मदद से जून 2016 को उनके पिता का अपहरण करा दिया। तभी से फैक्ट्री पर ताला लगा हुआ है और वह अपने परिवार के साथ बिहार चले गए। 14 जुलाई 2019 को फैक्ट्री के पास रहने वाले एक व्यक्ति ने फोन पर सूचना दी कि उनकी फैक्ट्री से मशीन निकाली जा रही हैं। वह 17 जुलाई को पानीपत पहुंचे। तब तक जोगेंद्र सभी मशीन बेच चुका था।
पुलिस को शिकायत दी तो कागजात लाने को कहा
इसकी शिकायत उसने किला थाना पुलिस को दी। पुलिस ने फैक्ट्री के कागजात लाने की बात कही। मुजफ्फरपुर पहुंचकर उसने किला थाना पुलिस को फैक्ट्री के कागजात स्पीड पोस्ट किये, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इसके बाद वह नौ अगस्त को पानीपत आये तो जोगेंद्र ने फैक्ट्री के ताले तोड़कर अपने ताले लगाये हुए थे। पीडि़त ने विरोध किया तो आरोपित ने फैक्ट्री जाने पर मारने की धमकी दी। पीडि़त ने इसकी शिकायत भी पुलिस से की, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई।
पिता के वोटर कार्ड पर लगा दी दूसरे की फोटो
दिलीप ने बताया कि आरोपितों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर उसके पिता के वोटर कार्ड पर किसी दूसरे का फोटो लगा दिया। आरोपित वोटर कार्ड का गलत इस्तेमाल करने वाले थे, लेकिन इसकी जानकारी होने पर उसने चुनाव आयोग और पुलिस को मामले की शिकायत की। दिलीप ने बताया कि आरोपितों ने इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी का भी ट्रांसफर करा दिया।
80 लाख है फैक्ट्री की कीमत
दिलीप ने बताया कि उसकी फैक्ट्री 300 गज है। जिसकी वर्तमान में 80 लाख रुपये कीमत है। इसी को लेकर जोगेंद्र और उसके साथियों के मन लालच आ गया।