कार सवार बदमाशों ने घर जा रहे लकवाग्रस्त भैंस व्यापारी की को मारी गोली
नैन गांव की गोशाला के पास नारा गांव के भैंस व्यापारी सुनील को कार सवार बदमाशों ने गोली मार दी। गोली व्यापारी के पैर में लगी। वारदात को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए। लकवाग्रस्त व्यापारी ने गोशाला में घुसकर जान बचाई। मेडिकल कॉलेज खानपुर में इलाज चल रहा है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नैन गांव की गोशाला के पास नारा गांव के भैंस व्यापारी सुनील को कार सवार बदमाशों ने गोली मार दी। गोली व्यापारी के पैर में लगी। वारदात को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए। लकवाग्रस्त व्यापारी ने गोशाला में घुसकर जान बचाई। मेडिकल कॉलेज खानपुर में इलाज चल रहा है। घटनास्थल इसराना और मतलौडा थाने की सीमा पर है। इसके बावजूद दोनों में से किसी भी थाने के प्रभारी को शाम पांच बजे तक वारदात की सूचना नहीं थी।
सुनील ने बताया कि वह 11 महीने पहले उसे अधरंग हो गया था। इस कारण उसने भैंस का व्यापार अभी बंद कर रखा है। शुक्रवार सुबह 9 बजे वह बाइक से ब्राह्मण माजरा गांव गया था। लौटते समय सुबह 11:30 बजे नैन गांव की गोशाला के पास आइ-20 कार सवार एक युवक ने उसे रुकने का इशारा किया। उसने बाइक रोकी तो बदमाशों ने लगभग 30 फीट दूर कार रोक ली। एक युवक उतरकर आया और उसका नाम पूछा। नाम बताते ही मारपीट शुरू कर दी। बदमाश कट्टा निकालने लगा, तो उसने धक्का देकर भागने की कोशिश की। इसी दौरान बदमाश ने पीछे से गोली मार दी। लहूलुहान हालत देख घबराए गोशाला कर्मचारी
सुनील किसी तरह बाइक से कुछ ही दूरी पर नैन गांव की गोशाला में पहुंचा। पैर से लगातार खून बह रहा था। उसकी हालत देख गोशाला कर्मचारी घबरा गए। ग्रामीणों, पुलिस और सामान्य अस्पताल में सूचना दी। ग्रामीणों ने उसे एंबुलेंस में अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने गोली का जख्म देख उसे मेडिकल कॉलेज खानपुर रेफर कर दिया। ठगी करने वाले सुरेंद्र और उसके साथियों पर शक
घायल सुनील ने बताया कि डाहर गांव के सुरेंद्र उर्फ काले ने सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दे उससे पांच लाख रुपये ठग रखे हैं। इसके अलावा उससे 3.25 लाख रुपये की 12 भैंस भी ले गया था। सुरेंद्र के खिलाफ उसने तीन माह पहले सीएम विडो पर भी शिकायत दी थी। उसे शक है कि सुरेंद्र, उसके पिता बलराज और मुकेश ने वारदात कराई है। घटनास्थल देखने के बाद थाना क्षेत्र का पता चल पाएगा : विकास
थाना मतलौडा प्रभारी विकास कुमार और थाना इसराना प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि पीड़ित पक्ष या अस्पताल की तरफ से अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत के आधार पर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर उचित कार्रवाई की जाएगी।