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बैरागी सभा के जिला प्रधान को फुटवियर में निवेश कराने का झांसा दे ठगे 12.15 लाख

फुटवियर में निवेश कराने का झांसा दे हरियाणा बैरागी सभा के जिला प्रधान कृष्ण स्वामी से 12.15 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। ठगों ने पीड़ित और पुलिस को एक माह तक रुपये लौटाने का झांसा देते रहे। अब सेक्टर 13-17 थाना पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 07:55 AM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 07:55 AM (IST)
बैरागी सभा के जिला प्रधान को फुटवियर में निवेश कराने का झांसा दे ठगे 12.15 लाख
बैरागी सभा के जिला प्रधान को फुटवियर में निवेश कराने का झांसा दे ठगे 12.15 लाख

जागरण संवाददाता, पानीपत : फुटवियर में निवेश कराने का झांसा दे हरियाणा बैरागी सभा के जिला प्रधान कृष्ण स्वामी से 12.15 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। ठगों ने पीड़ित और पुलिस को एक माह तक रुपये लौटाने का झांसा देते रहे। अब सेक्टर 13-17 थाना पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।

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सेक्टर 13-17 निवासी कृष्ण स्वामी ने बताया कि उसकी बेगमपुर गांव में तारकोल की फैक्ट्री है। ट्रांसपोर्ट का भी काम है। वह पारस इंडस्ट्रीज के नाम से व्यापार करता है। लगभग डेढ़ माह पहले खेल बाजार के सतीश ने उसे वधावा राम कॉलोनी में ब्रह्मप्रकाश निवासी सेक्टर 13 अर्बन एस्टेट कुरूक्षेत्र से मिलवाया। दोनों ने फुटवियर में निवेश करके बढि़या मुनाफा कमाने की बात कही। एक लाख रुपये कमीशन तय कर आरोपितों ने उससे 25 हजार रुपये ले लिए। फिर आरोपितों ने उसे रोहिणी सेक्टर 7 के वासुदेव शर्मा से मिलवाया। द्वारका के उड़ान एक्सप्रेस के गोदाम में जूतों का लॉट दिखाने ले गए। वासुदेव शर्मा ने कम कीमत में जूतों का सौदा कराने का झांसा देकर बीते 6 सितंबर को उसके खाते से 50 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। वहीं पटेल जिम्मी कुमार, शराफत अली और सादिक अली ने जूतों का लॉट बेचने की एवज में उससे 9 सितंबर को 11.40 लाख रुपये सादिक के खाते में ट्रांसफर करा लिए। जूतों का लॉट सप्लाई नहीं किया। थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि आरोपितों की तलाश जारी है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एक आरोपित ने पार्टनर बनकर जीता विश्वास, पेमेंट के समय की बहानेबाजी

पीड़ित कृष्ण स्वामी ने बताया कि कुरुक्षेत्र के ब्रह्मप्रकाश ने भी सौदेबाजी में 30 फीसद की हिस्सेदारी करके उसका पार्टनर बन गया। वह रोहिणी के वासुदेव शर्मा से मिलने के लिए भी साथ गया था। लेकिन द्वारका में जूतों का लॉट खरीदने का समय आया तो आरोपित ब्रह्मप्रकाश ने जीजा के बीमार होने का बहाना बनाया। कुछ समय बाद पेमेंट करने का दावा किया था। साथी उद्यमी को 4.15 लाख रुपये का लॉट किया सप्लाई

कृष्ण स्वामी ने जूतों के कारोबार में निवेश कराने के लिए उसके परिचित उद्यमी डॉ. सतपाल को भी तैयार किया। ठगी से एक दिन पहले उसने भी आरोपितों से पांच लाख रुपये का जूतों का लॉट खरीदा था। अगले ही दिन आरोपितों ने सप्लाई कर दी। बाद में जांच पड़ताल से पता चला कि उस लॉट में भी 75 हजार रुपये के जूते कम थे।


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