यात्रा की तैयारी कर दें रद, दिल्ली जाने वाली बसें कम, पंजाब और जम्मू-कश्मीर रूट बंद
कोरोना वायरस के चलते परिवहन विभाग भी कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहता। दिल्ली जाने वाली बसें कम कर दी गईं हैं। वहीं जम्मू कश्मीर और पंजाब जाने वाला रूट बंद कर दिया।
पानीपत, जेएनएन। कोरोना वायरस से लड़ाई केवल जागरूक रहकर ही लड़ी जा सकती है। ऐसे में अगर आप यात्रा का प्लान कर रहे हैं तो उसे रद कर दें। इससे न सिर्फ आप अपने और दूसरों को खतरे में डाल देंगे, बल्कि बसें भी नहीं उपलब्ध होंगी।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए रोडवेज हेडक्वार्टर से दिल्ली रूट पर जाने वाली बसों की संख्या घटाई गई है। शुक्रवार शाम को मिले निर्देशों के आधार पर स्थानीय रोडवेज डिपो के अधिकारियों ने दिल्ली रूट पर चल रही बसों की संख्या 30 फीसद तक कम कर दी।
गौरतलब है कि पानीपत-दिल्ली रूट पर पानीपत डिपो से हर रोज 30 बसें रवाना होती है। इनमें 20 पानीपत डिपो और 10 किलोमीटर स्कीम के तहत मिली बसें शामिल हैं। शनिवार से पानीपत दिल्ली रूट पर 20 बसों का संचालन किया जाएगा।
एहतियात के तौर पर दिल्ली रूट पर बस ले जाने वाले चालकों और परिचालकों को मास्क लगाकर और सैनिटाइजर स्प्रे करके खुद को सुरक्षित रखने के आदेश दिए। वहीं, यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए परिचालक को एक लीटर की सैनिटाइजर स्प्रे मशीन भी दी गई। इसके अलावा पंजाब से होकर जम्मू कश्मीर जाने वाली आठ बसों का संचालन पूरी तरह से रोक दिया गया है। वहीं पेहवा मेला आयोजन रद होने के कारण रूट पर भी बसों का संचालन नहीं होगा।
रविवार को 14 घंटे नहीं चलेंगी रोडवेज बस
जनता कर्फ्यू के मद्देनजर अधिकारियों ने रविवार सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक बसों का संचालन नहीं करने के आदेश दिए हैं।
देवी मंदिर के कपाट बंद
हर समय श्रद्धालुओं से भरे रहने वाला शहर का प्रसिद्ध देवी मंदिर शुक्रवार शाम 5:54 बजे सुनसान दिखा। करीब छह बजे श्रद्धालु भजनलाल मास्क लगाकर मंदिर पहुंचे, लेकिन कपाट पर ताला देख कुछ हैरान हो गए। उन्होंने इधर-उधर देखा और मंदिर बंद होने के संबंध में पूछना चाहा। कुछ देर बाद उन्होंने हिचकते हुए पास स्थित दुकानदार ओमवीर ङ्क्षसह ने मंदिर पर ताले का कारण पूछा तो दुकानदार ने मंदिर के गेट पर लगे नोटिस बोर्ड की ओर इशारा करते हुए कहा कि कोरोना से लड़ाई के लिए मंदिर को 31 मार्च तक बंद किया गया है। ताकि एक स्थान पर अधिक लोगों की भीड़ को जुटने से रोका जा सके। भजनलाल ने मुस्कुराते हुए कहा कि वह मास्क लगाकर और अधिकतर समय घर रहकर अपना कर्तव्य पूरा कर रहे हैं। इस महामारी से जंग जीतने के लिए सभी की सहभागिता की जरूरत है। इसके बाद भजनलाल बाहर से ही भगवान के हाथ जोड़कर वापस घर चले गए।