श्रमिकों को Karnal व Panipat लेकर आ रही बस हरदोई के पास पलटी, एक की मौत, 17 घायल
बिहार से श्रमिकों लेकर करनाल के लिए आ रही बस उत्तरप्रदेश के हरदोई के पास अचानक ही पलट गई। एक श्रमिक की मौत हो गई जबकि 17 लोग घायल हो गए।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। धान की रोपाई व अन्य कार्य को लेकर बिहार से श्रमिकों को लेकर हरियाणा के करनाल व पानीपत लेकर आ रही बस उत्तर प्रदेश में हरदोई के पास अचानक पलट गई, जिसमें एक श्रमिक की मौत हो गई जबकि 17 लोग घायल हो गए। घायलों में करनाल के नीलोखेड़ी निवासी बस चालक रनजोत ङ्क्षसह भी शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि 17 जून को चंडीगढ़ की एक मिनी टूरिस्ट बस बिहार के पूर्णिया पहुंची थी, जो वहां से हरियाणा के करनाल व पानीपत के लिए श्रमिकों को लेकर चली थी। बस को करनाल जिले के नीलोखेड़ी का निवासी रनजोत चला रहा था। कंडक्टर गुरमीत सिंह ने फोन पर बताया कि उक्त बस वीरवार को उत्तर प्रदेश के हरदोई के पास पहुंची ही थी कि शाहजहांपुर मार्ग पर सैदपुर नहर मोड़ पर अचानक अगला टायर फट जाने से अनियंत्रित होकर बस सड़क किनारे गड्ढे में पलट गई। इस हादसे में बस में सवार सभी 18 लोगों को चोटें आईं जिसमें एक श्रमिक की मौत हो। बस चालक रनजोत भी घायल हो गया और उसे उपचार के बाद किसी अन्य वाहन से अपने घर के लिए रवाना कर दिया गया। घायलों में छह लोग गंभीर हैं और सभी बिहार के ही रहने वाले हैं।
किसान कर रहे श्रमिकों को लाने की व्यवस्था
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते अधिकतर श्रमिक अपने घर उत्तर प्रदेश व बिहार पलायन कर चुके हैं। इस बीच, अब धान रोपाई का सीजन शुरू हो जाने के चलते किसानों के समक्ष श्रमिकों की कमी बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। ऐसे में किसान बाकायदा आपस में ग्रुप बनाकर सरकार व प्रशासन से अनुमति लेकर श्रमिकों को लाने के भरसक प्रयास कर रहे हैं। किसानों की मानें तो नीलोखेड़ी, असंध सहित दो अन्य क्षेत्रों से भी बसें बिहार और उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से श्रमिकों को लेने के लिए भेजी गई हैं। इसी क्रम में हादसे की शिकार बनी चंडीगढ़ की एक टूरिस्ट कंपनी की मिनी बस को बिहार के पूर्णिया में श्रमिकों को लाने के लिए भेजा गया था।
श्रमिक लाने को मजबूर किसान : रत्नमान
भाकियू नेता रत्नमान का कहना है कि श्रमिकों की कमी के चलते धान रोपाई कार्य तेजी नहीं पकड़ रहा है। ऐसे में रोपाई को लेकर पहले से ही परेशान किसानों के समक्ष बड़ी समस्या खड़ी हो गई है और वे श्रमिकों को वापस लाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने हादसे को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया।