लड़के-लड़कियों ने लिया बाल चरित्र निर्माण शिविर में प्रशिक्षण
आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल में लड़कों और लड़कियों के अलग-अलग चल रहे चरित्र निर्माण शिविर में बुधवार को विद्यार्थियों को स्तूप निर्माण और योगाभ्यास कराया गया। शिविर में विद्यार्थियों को जूडो पीटी सूर्य नमस्कार लाठी संचालन कमांडो ट्रेनिग भी दी गई।
जागरण संवाददाता, पानीपत : आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल में लड़कों और लड़कियों के अलग-अलग चल रहे चरित्र निर्माण शिविर में बुधवार को विद्यार्थियों को स्तूप निर्माण और योगाभ्यास कराया गया। लड़कों के शिविर में 200 विद्यार्थियों को जूडो, पीटी, सूर्य नमस्कार, लाठी संचालन, कमांडो ट्रेनिग भी दी गई। शिविर संचालक डीपीई जगदीश चहल ने विद्यार्थियों को जात-पात के भेदभाव से दूर रहकर दृढ़ राष्ट्र बनाने की प्रेरणा दी। वेद, गाय और राष्ट्र भाषा के प्रति आस्था रखने की बात कही।
इधर आर्य कन्या चरित्र निर्माण शिविर का शुभारंभ वैदिक यज्ञ के साथ हुआ। शिविराध्यक्ष आचार्य राजकुमार शर्मा ने यज्ञ कराया। उन्होंने वेद ग्रंथ को प्राचीन शिक्षा प्रणाली का संविधान बताया। प्रिसिपल रेखा शर्मा ने बताया कि प्राचीन भारत में महर्षि दयानंद ने महिलाओं का सम्मान बढ़ाया था। प्रशिक्षिका तवस्सुम और मनीषा आर्या ने 70 लड़कियों को लाठी संचालन, स्तूप कला और नियुद्धम का प्रशिक्षण दिया। डॉ. श्रेया और डॉ. मेघा भाटिया ने लड़कियों का हिमोग्लोबिन टेस्ट किया। इस मौके पर दर्शना शर्मा, आशा कादियान, पुष्पा शर्मा, शोभा आर्या मुख्य रूप से उपस्थित रही।
शिविर का अंतिम दिन आज
24 मई को शुरू हुए प्रशिक्षण शिविर का आज अंतिम दिन है। शिविर समापन के बाद अब लड़कों और लड़कियों के परिजन उनसे मिल पाएंगे। आयोजकों ने शिविर आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना और उनमें संस्कारों का संचार करना बताया।
इन्होंने दिया शिविर आयोजन में योगदान
पार्षद रवींद्र भाटिया, पार्षद विजय जैन, कोमल सैनी, भाजपा नेता धारा सिंह रावल, अशोक नारंग, शांति गोपाल, राहुल गर्ग ने शिविर आयोजन में दान करके योगदान दिया। उन्होंने बताया कि हिदुत्व को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के शिविर आयोजन बहुत जरूरी है।
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छात्राएं अपनी सुरक्षा खुद करें : डॉ. अर्चना गुप्ता
डॉ. अर्चना गुप्ता ने आर्य बाल भारती स्कूल में छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिस काम में मन लगे उसमें बेहतर करने का प्रयास करें। पढ़ाई में मन लगाएं। किसी से डरे नहीं। अपनी सुरक्षा खुद करें। कैप्शन : आर्य बाल भारती स्कूल में बौद्धिक चरित्र निर्माण शिविर में छात्राओं से बातचीत करतीं डॉ. अर्चना गुप्ता