सड़क सुरक्षा सप्ताह में बड़ी-बड़ी बातें, जींद में ब्लैक स्पॉट लगातार ले रहे लोगों की जान
ब्लैक स्पॉट की संख्या हर साल बढ़ रही है लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा। पिछले साल 288 सड़क हादसे हुए। इनमें 130 लोगों की मौत हुई। ज्यादातर हादसे ब्लैक स्पॉट के कारण हुए। सड़क सुरक्षा सप्ताह में हर बार यह मुद्दा उठता है पर कार्रवाई नहीं होती।
पानीपत/जींद, जेएनएन। इन दिनों मनाए जा रहे सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान जींद में बड़े ब्लैक स्पॉट सुरक्षा सप्ताह को मुंह चिढ़ाते नजर आ रहे हैं। शहर में बाईपास रोड पर पिंडारा फ्लाईओवर और नए बस अड्डे के पास सबसे बड़े ब्लैक स्पॉट अभी तक दूर नहीं हो पाए हैं। हर साल ब्लैक स्पॉट की संख्या घटने की बजाय बढ़ती जा रही है। यह ब्लैक स्पॉट लोगों की जान ले रहे हैं। पिछले साल 288 सड़क हादसों में 130 लोगों ने अपनी जान गंवाई। ज्यादातर हादसे ब्लैक स्पॉट पर ही हुए थे।
हर साल सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत जगह-जगह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लोगों को सड़क पर चलते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे बताया जा रहा है ताकि सड़क हादसों की संख्या में कमी लाई जा सके। केवल एक सप्ताह तो ब्लैक स्पॉट को दूर करने की बातें चलती हैं। लेकिन उसके बाद ब्लैक स्पॉट हटाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जाता। यही ब्लैक स्पॉट हादसों का कारण बनते हैं। जिनमें रोजाना कई लोग जान गंवाते हैं।
जिले में यहां बने हैं ब्लैक स्पॉट
जींद-नरवाना मार्ग : शुगर मिल के पास, सिरसा ब्रांच नहर के पास, बड़ौदा के पास, उचाना में करसिधु मोड़, बाबा की जोहड़ी वाला मोड़, सफा खेड़ी मोड़।
नरवाना-हिसार मार्ग : सुंदरपुरा चौक, सच्चाखेड़ा-बद्दोवाला के बीच रेलवे फाटक।
नरवाना-चंडीगढ़-पटियाला रोड : ढाकल गांव के पास, बेलरखां-उझाना मोड़, हथो मोड़।
जींद-करनाल-कैथल मार्ग : शाहपुर गांव के पास मोड़, नगूरां बाईपास स्कूल के पास व बिजली घर के पास, दालमवाला मोड़, अलेवा बाबा की जोहड़ी के पास व अलेवा चौक।
जींद-पानीपत मार्ग : मनोहपुर गांव के पास, खेड़ी व जामनी चौक, सिल्लाखेड़ी चौक।
जींद-गोहाना मार्ग : भंभेवा टी प्वाइंट व सिधवीखेड़ा के पास।
जींद-रोहतक मार्ग : ब्राह्मणवास मोड़, जुलाना की नई अनाज मंडी व गोसाई खेड़ा के पास।
जींद-हांसी मार्ग : बरवाला रोड, ईक्कस टी प्वाइंट, रामराये बस अड्डा, ईंटल मोड़।
पिंडारा फ्लाईओवर, नए बस अड्डे पर सबसे बड़े ब्लैक स्पॉट।