अमित शाह को पेश करने से पहले अपना रिपोर्ट कार्ड दुरुस्त करने में जुटे भाजपा सांसद
हरियाणा के भाजपा सांसद अपना रिपोर्ट कार्ड दुरुस्त करने में जुटे हैं। उनके रिपाेर्ट कार्ड 22 जून को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह देखेंगे।
नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा के भाजपा सांसदों में हलचल मची है और वे अपना रिपोर्ट कार्ड दुरुस्त करने में लगे हैं। इसमें वे अपने राजनीतिक गुरुओं की मदद भी ले रहे हैं। इन सांसदों के रिपोर्ट कार्ड भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के समक्ष पेश किए जाएंगे। अमित शाह शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में प्रदेश भाजपा की निगरानी कमेटी के साथ विस्तृत चर्चा करेंगे।
बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल व प्रदेश प्रभारी महामंत्री डा. अनिल जैन भी आएंगे। इस दौरान प्रदेश के सात भाजपा सांसदों के रिपोर्ट कार्ड और आगामी लोकसभा चुनाव में सभी दस सीटें जीतने पर मंथन होगा। इसके मद्देनजर दिल्ली में हरियाणा के भाजपा सांसदों सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं की सरगर्मियां बढ़ गई हैं। भाजपा सांसद आलाकमान द्वारा रिपोर्ट देखने से पहले खुद अपने रिपोर्ट कार्ड को दुरुस्त करने में जुट गए हैं।
शुक्रवार को लोकसभा चुनाव की निगरानी समिति की बैठक से पहले दिल्ली में सरगर्मियां बढ़ी
इसके लिए तीन सांसदों ने दिल्ली में अपने राजनीतिक आकाओं से मुलाकात की है और अपने क्षेत्र में किए गए कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। माना जा रहा है कि अगले दो दिन में बाकी पांच सांसद भी अपने राजनीतिक आकाओं से मुलाकात करेंगे। फरीदाबाद के सूरजकुंड में 14 से 16 जून तक हुए प्रदेश भाजपा के संगठन मंत्रियों के तीन दिवसीय मंथन शिविर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सभी राज्यों के सांसदों का रिपोर्ट कार्ड मांगा था।
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हरियाणा के प्रदेश संगठन मंत्री सुरेश भट्ट ने तब बैठक में बताया था कि उनका रिपोर्ट कार्ड तैयार है। इसलिए शाह ने सबसे पहले हरियाणा के भाजपा सांसदों का ही रिपोर्ट कार्ड देखने के लिए मैराथन बैठक बुलाई है।
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में हरियाणा में दस में से सात सीट भाजपा ने जीती थीं।
इनमें अंबाला से रतन लाल कटारिया, करनाल से अश्विनी कुमार, कुुरुक्षेत्र से राजकुमार सैनी, सोनीपत से रमेश कौशिक, महेंद्रगढ़-भिवानी से धर्मवीर सिंह, फरीदाबाद से कृष्णपाल गुर्जर और गुरुग्राम से राव इंद्रजीत विजयी हुए थे। कुरुक्षेत्र से सांसद राजकुमार सैनी ने जाट आरक्षण के खिलाफ पार्टी लाइन से अलग हटकर झंडा बुलंद किया हुआ है और उन्होंने भाजपा से दूरी बना रखी है।
महेंद्रगढ़-भिवानी से सांसद धर्मवीर सिंह को भी केंद्र की राजनीति रास नहीं आई और उन्होंने एेलान किया हुआ है कि वह 2019 में तोशाम से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। करनाल और सोनीपत से मौजूदा सांसदों के सामने कई अन्य नेताओं से सशक्त दावेदारी की हुई है। इसी तरह गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र से राज्य सरकार में मंत्री राव नरबीर सिंह भी चुनाव लड़ने की इच्छा रखते हैं।
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फरीदाबाद में भी भाजपा की स्थिति 2014 की अपेक्षा बदली है। यहां 2014 में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे और फरीदाबाद से तीन बार सांसद रह चुके अवतार भड़ाना अब भाजपा में हैं। ऐसे में वे कृष्णपाल गुर्जर के खिलाफ आवाज बुलंद करके अपनी दावेदारी कर रहे हैं।