रत्नावली के मंच पर एडवोकेट जनरल ने चौपालों को सराहा
हरियाणा के एजी बलदेव राज महाजन भी कुरुक्षेत्र पहुंचे। उन्होंने हरियाणवी संस्कृति के बारे में अपने विचार रखे। कहा कि चौपाल से बढ़ता है भाईचारा।
जेएनएन, कुरुक्षेत्र/पानीपत : रत्नावली का उत्साह बढ़ता जा रहा है। रविवार को मंच पर थे हरियाणा के एडवोकेट जनरल बलदेव राज महाजन। पहले तो पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत किया गया। कार्यक्रम के बीच में ही उन्होंने अपनी बात रखी। हरियाणा की चौपालों की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश में आपस में बैठक कर मामले सुलझाए जाते हैं।
अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष भी रहे हैं
बलदेव राज महाजन को नवंबर 2014 में हरियाणा का एडवोकेट जनरल नियुक्त किया था। वे मूलरूप से अमृतसर के रहने वाले हैं। 18 वर्ष की आयु में उन्होंने वकील डीवी सहगल के कार्यालय में बतौर क्लर्क काम किया। यहां काम करते हुए उन्हें राजस्थान के बीकानेर विश्वविद्यालय में स्नातक में दाखिल लिया। डिग्री के बाद सहगल के ही सहयोगी वकील के रूप में काम शुरू किया। 1985 में जब सहगल हाई कोर्ट में जज बन गए तो बलदेव राज महाजन स्वतंत्र रूप से वकालत में आ गए। बता दें कि एडवोकेट जनरल महाजन अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष रहे हैं और आरएसएस से जुड़े रहे हैं।
मीठे-मीठे बोल बात हरियाणा की निराली से
मीठे-मीठे बोल, हरियाणा की बात निराली, हरीभरी धरती, आया तीज का त्योहार सहित अन्य गीतों के द्वारा युवाओं ने हरियाणा की संस्कृति परम्परा रहन-सहन के बारे में बताया। रविवार को राज्य स्तरीय रत्नावली समारोह में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के राधाकृष्ण सदन में हरियाणवी समूह गायन विधा की प्रस्तुति की गई। इसमें प्रदेश भर से 20 टीमों ने भाग लिया। पहली प्रस्तुति भगवान परशुराम महाविद्यालय कुरुक्षेत्र से थी। जिसने अपने गीत पपीहा रे से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया ।