Bharat Bandh Karnal: भारत बंद के कारण करनाल में फंसी स्वराज एक्सप्रेस, मरीज तड़पे, अभ्यर्थियों के छूटे इंटरव्यू
भारत बंद के दौरान रेल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। करनाल रेलवे स्टेशन पर बांद्रा से कटरा जा रही स्वराज एक्सप्रेस सुबह आठ बजे ही ब्रेक लग गया। मार्ग अवरूद्ध होने के कारण ट्रेन को आगे नहीं बढ़ाया गया। रेल मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया।
करनाल, जागरण संवाददाता। जिले में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला। रेलवे स्टेशन पर बांद्रा से कटरा जा रही स्वराज एक्सप्रेस सुबह आठ बजे ही ब्रेक लग गए। मार्ग अवरूद्ध होने के कारण ट्रेन को आगे नहीं बढ़ाया गया। रेल मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया। दिनभर सभी ट्रेनों का संचालन पूरी तरह से ठप रहा। जिन यात्रियों को भारत बंद की जानकारी नहीं थी वह स्टेशन पर आए ओर पूछताछ केंद्र पर ट्रेनों की स्थिति के बारे में जानकारी लेते नजर आए। ट्रेन बंद होने के कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस ट्रेन में कई बीमार तो कई ड्यूटी पर जाने के लिए लेट हो रहे थे।
दैनिक जागरण ने उन लोगों से बातचीत की। कुछ लोग बीमार लोगों से मिलने जा रहे थे तो कुछ बुजुर्ग अलग-अलग शहरों में अपने इलाज के लिए रवाना हुए थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के सेवक स्टेशन पर लंगर लेकर भी पहुंचे। भूखे लोगों को भोजन भी कराया गया। जिनको भारत बंद होने की जानकारी नहीं थी वह भी स्टेशन पर ट्रेनों के इंतजार में खड़े थे, वहां से सूचना मिलने के बाद वापस लौट गए।
करनाल स्टेशन से गुजरती हैं रोजाना 122 गाड़ियां
स्टेशन से रोजाना पूजा एक्सप्रेस, शताब्दी सहित सुपरफास्ट और पैसेंजर मिलाकर 122 गाड़ियां गुजरती हैं। इनमें से केवल 62 रेलगाड़ियां ही स्टेशन पर रुकती हैं। इनका ठहराव भी मात्र दो मिनट का ही होता है। स्टेशन पर यात्रियों की प्रतिदिन औसत संख्या करीब 15 हजार पहुंच चुकी है। करनाल स्टेशन से रेलवे को प्रतिदिन करीब 10 से 12 लाख रुपये की इनकम होती है। लेकिन भारत बंद के कारण पूरी व्यवस्था चौपट हो गई। कोई भी गाड़ी सोमवार को यहां से नहीं गुजरी।
क्या कहते हैं यात्री
डेंगू से पीड़ित महिला ने करनाल से ली चिकित्सा
मध्य प्रदेश के झाबवा निवासी धापू देवी डेंगू से पीड़ित हैं। भारत बंद की जानकारी नहीं थी, इसलिए वह स्वराज एक्सप्रेस में अमृतसर जाने के लिए सफर के लिए निकल पड़ी। परिवार भी साथ है। लेकिन ट्रेन करनाल में रूक गई। तबीयत भी खराब है। ऐसे में स्थानीय लोगों की मदद से करनाल के किसी निजी अस्पताल से दवाईयां लेकर उन्होंने अपना काम चलाया।
पहले कोई जानकारी नहीं थी
मध्य प्रदेश के रतलाम निवासी कुणाल ने कहा कि हमें भारत बंद की कोई जानकारी नहीं थी। रेलवे की तरफ से कई तरह के मैसेज चलाए जा रहे हैं, लेकिन एक मैसेज यह भी तो चलाया जाना था कि भारत बंद के कारण यात्रा में असुविधा हो सकती है। लेकिन ऐसा नहीं किया। जिस कारण से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा।
बीएसएफ जवान को जम्मू में करना था रिपोर्ट
एमपी के झाबवा निवासी विनोद सिंगार बीएसएफ में जवान हैं। उन्हें भारत बंद की जानकारी नहीं थी। कश्मीर में उनकी ड्यूटी है, लेकिन सोमवार को हर हाल में उनको अधिकारियों को रिपोर्टिंग करनी थी। लेकिन ट्रेन करनाल में ही रूक गई। विनोद ने कहा कि वह इस घटना को लेकर काफी परेशान हैं कि वह क्या करें। ट्रेन चलने की अभी उम्मीद भी नजर नहीं आ रही है।