नौकर-किरायेदारों से सावधान! घर में ही हत्या और लूट कर रहे
पानीपत में विश्वास पर बड़ी चोट। कई वारदात में संलिप्त हो चुके हैं नौकर और किरायेदार। पुलिस ने कुछ को पकड़ा लेकिन कई बड़े अपराधी अभी पकड़ से दूर। पुलिस वेरीफिकेशन जरूर कराएं।
जागरण संवाददाता, पानीपत: अगर आपके घर में नौकर और किरायेदार हैं तो सतर्क हो जाएं। इनको रखने से पहले अच्छे से वेरीफिकेशन जरूर करा लें। पुलिस को भी इनके पेपर पहुंचा दें। अगर आपने अंजान पर यूं ही भरोसा कर लिया तो बड़ी वारदात के शिकार हो सकते हैं। पानीपत में पुलिस ने कई आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है। लेकिन अभी भी कई आरोपित पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। मालिकों के पास नौकरों का स्थाई पता नहीं है। इसी वजह से भी पुलिस को उन्हें ढूंढने में दिक्कत आ रही है।
केस एक- नौकर ने मकान मालिक की हत्या कर लूटपाट की
एक अगस्त की रात को डेयरी संचालक पुरेवाला कॉलोनी निवासी अजीत लाल घर में सो रहे थे। दूसरे कमरे में उनकी इकलौती बेटी वीना सो रही थी। तभी बदमाशों ने अजीत की हत्या कर दी और वीना को बंधक बनाकर 20 लाख रुपये की नकदी व 15 लाख रुपये की कीमत के सोने के जेवर लूटे। पुलिस ने मास्टरमाइंड किरायेदार सलीम को गिरफ्तार किया। सलीम अजीत के घर दो साल तक किराये पर रहकर गया था। सलीम ने ही अपने चार साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया था।
केस दो- नौकर 1.60 लाख रुपये लेकर फरार
रामनगर के गुलशन चुघ की गीता कॉलोनी में श्रीराम फुटवेयर के नाम से दुकान है। चुघ ने कमल शर्मा को नौकरी पर रखा था। 18 अगस्त को कमल दुकान के गल्ले से 1.60 लाख रुपये और चाबी लेकर फरार हो गया। थाना शहर पुलिस आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
केस तीन-फैक्ट्री मालिक से ठेकेदार ने वसूले तीन लाख रुपये
20 अक्टूबर को शमीम अहमद अपनी सौंधापुर स्थित फैक्ट्री में थे। तभी ठेकेदार हेमंत पांडेय ने नेवी से सस्पेंड अफसर गुलाब व उसके तीन साथियों के साथ मिलकर शमीम से तीन लाख रुपये वसूले। थाना मॉडल टाउन पुलिस ने मामला दर्ज किया। पुलिस ने गुलाब और हेमंत पांडेय को गिरफ्तार किया। तीन आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
केस चार- चौकीदार तीन लाख रुपये लेकर फरार
8 जनवरी को सेक्टर 29 स्थित एक्सपोर्ट की फैक्ट्री से चौकीदार राजू तीन लाख रुपये लेकर फरार हो गया। आरोपित राजू को फैक्ट्री मालिक सोमनाथ ने तीन महीने पहले ही नौकरी पर रखा था। सेक्टर-29 चौकी में मामला दर्ज है।
पुलिस की टीमें जुटी हैं
डीएसपी सतीश वत्स का कहना है कि मकान व फैक्ट्री मालिक किरायेदारों और नौकरों की पुलिस वेरिफिकेशन कराएं। अगर नौकर वारदात कर देते हैं तो फिर उन्हें पकडऩे में पुलिस को सहूलियत होती है। पहले जो वारदात हो चुकी हैं उनके आरोपितों को पकडऩे के लिए पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं।