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शेयर मार्केट में निवेश करने से सावधान, रिश्‍तेदारों ने ही इस तरह ठग लिए डेढ़ करोड़

फर्जी साइन कर दिल्ली की फर्जी फर्म में शेयर ट्रांसफर कर दिए। पानीपत के आनंद मित्तल की शिकायत पर कंपनी के निदेशक अमित मित्तल व उनके पिता शीशपाल मित्तल के खिलाफ केस दर्ज।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Thu, 01 Nov 2018 12:44 PM (IST)Updated: Thu, 01 Nov 2018 12:44 PM (IST)
शेयर मार्केट में निवेश करने से सावधान, रिश्‍तेदारों ने ही इस तरह ठग लिए डेढ़ करोड़
शेयर मार्केट में निवेश करने से सावधान, रिश्‍तेदारों ने ही इस तरह ठग लिए डेढ़ करोड़

जागरण संवाददाता, पानीपत: कंबल व्यवसायी को शेयर मार्केट में निवेश करा कर मुनाफे का लालच दिया और फि‍र उससे डेढ़ करोड़ रुपये हड़प लिए। जिस फर्म का हवाला दिया गया, वह थी ही नहीं। कंबल व्‍यवसायी इसलिए भी ज्‍यादा हैरान है, क्‍योंकि उसे ठगने वाले उसके रिश्‍तेदार ही थे।

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कंबल व्यवसायी पानीपत के एल्डिको कॉलोनी निवासी आनंद मित्तल ने बताया कि वह 2008 में कैथल में रहता था। तब उसने उसने रिश्तेदार विकास गुप्ता के साथ मिलकर पानीपत में कंपनी की ट्रेडिंग का काम शुरू किया था। उसके रिश्तेदार करनाल के सेक्टर-13 निवासी अमित मित्तल व उनके पिता शीशपाल मित्तल की महेश प्राइवेट लिमिटेड कंपनी हैं। दोनों ही इस कंपनी के निदेशक हैं।

दोनों की 2009 में उसके कार्यालय में कई बार मुलाकात हुई। उन्होंने उसे झांसा दिया कि शेयर मार्केट में निवेश करके खासी कमाई कर सकते हो। 19 मार्च 2009 को उसने 25000 के शेयर खरीदे और 300 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 75 लाख रुपये कंपनी में जमा करा दिए। कंपनी ने बोनस शेयर 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से बांटे। 22 मार्च 2011 को 250000 शेयर उसे मिले। उसने मार्च 2012 में 50 लाख रुपये के 12500 शेयर 400 रुपये प्रति शेयर खरीदे। 31 मार्च को कंपनी ने सालाना रिटर्न रजिस्टार ऑफ कंपनी में जमाकराई। उस समय कंपनी में उसके 287500 शेयर हो गए थे।

धोखे से ट्रांसफर
शेयर का भुगतान करने के बावजूद कंपनी ने उसे शेयर सर्टिफेकट नहीं मिला। उसे यह कहकर टाल दिया गया कि शेयर कंपनी के सालाना रिटर्न में दर्ज हो गए हैं। 2016 में पता चला कि उसके 275000 शेयर धोखे से उसकी बिना जानकारी के पश्चिमी विहार सत्यम टावर दिल्ली स्थित फर्म लिबर्टी इंपैक्टर में ट्रांसफर कर दिए। उसने दिल्ली जाकर पता किया तो यह फर्म कभी थी ही नहीं। उसके शेष 12500 शेयर किसी दूसरे व्यक्ति मधु विहार दिल्ली के  सुशील गोयल को ट्रांसफर कर दिए। जबकि उसने शेयर कभी बेचे ही नहीं। न ही किसी कागजात पर साइन किए थे।

इस तरह ठग लिया
पिता-पुत्र ने धोखाधड़ी से उसके फर्जी साइन से कागजात तैयार कर शेयर ट्रांसफर कर दिए। नियम ये है कि शेयर होल्डर कंपनी के बिना निदेशक की अनुमति के शेयर ट्रांसफर नहीं कर सकता। इस बारे में कई बार पंचायत हुई, लेकिन उसके शेयर वापस नहीं किए गए। उसने एक याचिका नेशनल कंपनी लॉ ऑफ ट्रीबनल न्यू दिल्ली में उक्त आरोपितों के खिलाफ दायर की कि उसके डेढ़ करोड़ रुपये की कीमत के शेयर दिलाए जाएं। वह अपने भाई राजेश के साथ भी आरोपितों के घर गया तो उसे गालियां दी और जान से मारने की धमकी दी। थाना शहर प्रभारी विक्रांत सिंह ने बताया कि आनंद मित्तल की शिकायत पर अमित मित्तल व उनके पिता शीशपाल मित्तल के खिलाफ धोखाधड़ी सहित आठ धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।


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