किसान आंदोलन में सामूहिक दुष्कर्म का मामला, आरोपित अनूप चानौत को अदालत ने भेजा जेल
किसान आंदोलन में सामूहिक दुष्कर्म का मामला। आरोपित अनूप चानौत को अदालत ने जेल भेज दिया है। पुलिस ने आरोपित से करवाई घटनास्थल की निशानदेही दाखिल नहीं की रिमांड अर्जी। शनिवार को हिसार एसटीएफ ने अनूप को किया था गिरफ्तार।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। किसान आंदोलन के दौरान सामूहिक दुष्कर्म मामले में आरोपित अनूप चानौत को गिरफ्तार कर लिया गया है। आंदोलन में टीकरी बार्डर पर आई बंगाल की युवती से सामूहिक दुष्कर्म किए जाने के मामले में मुख्य आरोपित अनूप चानौत को बहादुरगढ़ पुलिस ने रविवार को अदालत में पेश किया। उसे अदालत ने जेल भेज दिया। इससे पहले पुलिस द्वारा आरोपित से आवश्यक पूछताछ की गई। उससे घटनास्थल की निशानदेही करवाई गई। इस बीच पुलिस ने उसका मेडिकल परीक्षण भी कराया। बाद में पुलिस द्वारा उसके रिमांड की जरूरत न मानते हुए पेशी के दौरान रिमांड अर्जी दाखिल नहीं की।
शनिवार को अनूप चानौत को किया था गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस द्वारा आरोपित अंकुर सांगवान और अनिल मलिक को पहले ही गिरफ्तार किया गया था। केवल अनूप चानौत की गिरफ्तारी बकाया थी। हालांकि इस मामले में जगदीश बराड़ को भी नामजद किया था, मगर पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान उसकी इस मामले में कोई भूमिका नहीं मिली। हिसार एसटीएफ द्वारा अनूप चानौत को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद बहादुरगढ़ शहर थाना पुलिस वहां पहुंची थी और आरोपित को लेकर आई थी। इस मामले में वह एक साल से ज्यादा समय से फरार चल रहा था। मई 2021 में केस दर्ज हुआ था।
सोशल किसान आर्मी का भी रहा सदस्य
किसान आंदोलन में सोशल किसान आर्मी के सदस्य रहे आरोपित अनूप चानौत ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए खूब कोशिश की थी। उसने अग्रिम जमानत के लिए भी अर्जी दायर की थी, मगर अदालत ने अग्रिम जमानत नामंजूर कर दी थी। बता दें कि बंगाल से आई युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में जांच के लिए एसआइटी बनाई गई थी। युवती की अप्रैल में अस्पताल में मौत हो गई थी। तब मौत की वजह कोरोना बताया गया था। बाद में मृतका के पिता के बयान पर केस दर्ज किया गया था।