Dengue Alert : पानीपत में कोरोना के बाद अब डेंगू का खौफ, सुबह से ही अस्पताल में मरीजों की भीड़
पानीपत में डेंगू बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। सोमवार को जैसे ही सिविल अस्पताल खुला ओपीडी खिड़की पर मरीजों की लाइन लगी। सभी के खून के सैंपल लिए जा रहे हैं। अब तक 65 लोग डेंगू के शिकार हो चुके हैं।
पानीपत, जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाया तो डेंगू ने सिर उठा लिया। पानीपत शहर से लेकर गांवों तक डेंगू के केस बढ़ते जा रहे हैं। सोमवार को जैसे ही सिविल अस्पताल की ओपीडी खुली, बाहर खिड़की पर लाइन लग गई। पहले घंटे में ही पचास से ज्यादा लोग स्लिप कटाने पहुंच गए। ज्यादातर लोग बुखार से पीड़ित थे। इन्हें डेंगू या मलेरिया की आशंका थी। सभी की जांच कराई जा रही है। पानीपत में इस वर्ष अब तक 65 केस डेंगू के कन्फर्म हो चुके हैं। निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भरमार है।
शनिवार और रविवार की छुट्टी होने के कारण मरीज सिविल अस्पताल नहीं पहुंच सके। सोमवार को शहर से लेकर गांवों तक से लोग जांच कराने पहुंचे। शुरुआती दौर में यही सामने आया कि ज्यादातर बुखार से पीड़ित थे। इनके खून के सैंपल लिए जा रहे हैं। डाक्टरों का कहना है कि बुखार होने पर जांच जरूर कराएं। इस समय डेंगू और मलेरिया का खतरा है। मच्छरों से बचाव के लिए जरूरी सावधानी बरतें।
नेत्र जांच के लिए भीड़
सिविल अस्पताल में नेत्र जांच के लिए ज्यादा भीड़ देखी गई। आमतौर पर ऐसा नहीं होता। दरअसल, जनसेवा दल की ओर से सिविल अस्पताल में विशेष कैंप लगवाया गया है। शहरभर में इसके लिए संदेश दिया गया। इस वजह से लोग आंखों की जांच कराने पहुंच रहे हैं। जरूरतमंदों को जनसेवा दल की ओर से मदद भी मुहैया कराई जाएगी।
इधर, मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ विंग बननी शुरू
लोगों के लिए राहत की खबर है। पानीपत के सिविल अस्पताल में 21 करोड़ के बजट से एमसीएच यानी मैटरनल एंड चाइल्ड हेल्थ विंग बननी शुरू हो गई है। सौ बेड की विंग बनेगी। इसके लिए कुरुक्षेत्र की एक कंपनी को ठेका दिया गया है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने इसके लिए मंजूरी दी थी। एक ही छत के नीचे जच्चा और बच्चा के लिए वार्ड होंगे। महिला ओपीडी, शिशु रोग ओपीडी, स्पेशल न्यू बोर्न चाइल्ड केयर यूनिट (एसएनसीयू) बनेगी। एक आपरेशन थियेटर भी बन सकता है। पानीपत का सिविल अस्पताल 300 बेड का हो जाएगा।
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