नई एंबुलेंस में ऑटोमेटिक स्ट्रेचर, बायोमैट्रिक से लगेगी हाजिरी
प्रदेश सरकार ने जिले को चार अत्याधुनिक एंबुलेंस दी हैं।चालक के एक बटन दबाने से ऑटोमेटिक स्ट्रेचर बाहर आ जाएगी। एंबुलेंस में इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन(ईएमटी) को बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी लगानी होगी। कंट्रोल रूम में बैठे हुए पता चल जाएगा कि ईएमटी साथ है या नहीं।
जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रदेश सरकार ने जिले को चार अत्याधुनिक एंबुलेंस दी हैं।चालक के एक बटन दबाने से ऑटोमेटिक स्ट्रेचर बाहर आ जाएगी। एंबुलेंस में इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन(ईएमटी) को बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी लगानी होगी। कंट्रोल रूम में बैठे हुए पता चल जाएगा कि ईएमटी साथ है या नहीं।
स्वास्थ्य विभाग के पास जिले में रेडक्रॉस सोसाइटी की दी हुई दो मारुती ओमनी सहित कुल 13 एंबुलेंस थी। अत्याधुनिक चार एंबुलेंस मिलने से संख्या 17 तक पहुंच गई है। दो लौटाए जाने पर 15 रह जाएंगी जबकि 25 होनी चाहिए। नई एंबुलेंस के अभी आरटीए से परमिट बनना है। इसका सीधा अर्थ है कि रोड पर उतरने में एक सप्ताह का समय लगेगा। नई एंबुलेंस में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं है। उधर, सड़क पर दौड़ रही दो मारुती ओमनी एंबुलेंस रेडक्रॉस सोसाइटी को लौटाई जाएंगी।
फ्लीट मैनेजर ऋषिपाल ने बताया कि नवजातों को खानपुर-रोहतक पीजीआइ पहुंचाने के लिए दो एंबुलेंस मिलने की उम्मीद है।
वे एंबुलेंस मिनी सिक न्यू बोर्न चाइल्ड केयर यूनिट की तरह होंगी। कुछ जिलों में एंबुलेंस पहुंच गई हैं। लेबर रूम से स्टाफ नर्स हेमा को हटाया :
डिलीवरी के दौरान सिविल अस्पताल में महिलाओं की मौत की गाज स्टाफ हेमा पर गिर गई। अस्पताल प्रशासन ने उन्हें लेबर रूम से हटाकर, इमरजेंसी में ड्यूटी लगा दी है। बता दें कि महिलाओं को नसबंदी, कॉपर-टी सहित परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए गत वर्ष हेमा पुरस्कृत हो चुकी है। डिलीवरी संख्या में भी अस्पताल प्रदेश में टॉप पर रह चुका है।