Ratnawali Festival 2019: संगीत की त्रिवेणी में डूबी रत्नावली, झूमे दर्शक, तस्वीरों में देखिए माहौल
रत्नावली महोत्सव लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। दर्शक गीतों पर लगातार झूमते नजर आ रहे हैं। उनका साथ देने में न सिर्फ युवा बल्कि बुजुर्ग भी हैं।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, [पंकज आत्रेय]। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में हरियाणवी संस्कृति, सभ्यता, परंपरा और सरोकारों का महाकुंभ रत्नावली महोत्सव लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। समारोह के दूसरे दिन सुबह से ही दर्शकों की भीड़ लगी। हरियाणवी संस्कृति से लोग रूबरू होते नजर आए। दर्शक गीत संगीत पर झूमते रहे।
चार दिन तक चलने वाले इस समागम में प्रदेश भर के 3500 कलाकार 30 विधाओं में अपनी कला के रंग बिखेरेंगे। महोत्सव का पहला दिन हरियाणवी रसिया डांस और कोरियोग्राफी से हुई। रत्नावली की सबसे खास बात यह है कि इस बार यह दैनिक जागरण के सरोकारों को खुद में समाहित किए है। पर्यावरण और जल संरक्षण को रत्नावली का थीम बनाया गया है। वर्तमान में जब पंजाब, हरियाणा और दिल्ली स्मॉग की चपेट में हैं, रत्नावली का यह संदेश निश्चित तौर पर प्रासंगिक साबित होगा। जल संरक्षण पर टैग लाइन दी गई है-जल ही जीवन है, इसे सुरक्षित रखें।
युवा पीढ़ी ने उठाए पर्यावरण, प्रदूषण और अन्नदाता की दुर्दशा के मुद्दे
देश के प्रधानमंत्री जहां देशवासियों को जहां प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वहीं रत्नावली उत्सव में भी प्रतिभागियों ने युवाओं को प्लास्टिक मुक्त हरियाणा करने के लिए प्रेरित किया।
उत्सव के पहले दिन सीनेट हॉल में आयोजित हरियाणवी भाषण प्रतियोगिता में प्रदेश व दूसरे राज्यों से आई 18 टीमों ने भाग लिया।
ये भी संदेश
सबसे पहले गवर्नमेंट कालेज हांसी की छात्र सोनिया ने किसान की समस्या को रखा और बताया कि आज किस तरह अन्नदाता मिट्टी के साथ मिट्टी हो रहा है। सारा दिन खेत में पसीना बहाने के बावजूद भी वे अपने परिवार का पालन-पोषण नहीं कर पाता। छोटू राम किसान कालेज जींद के छात्र दीपक ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ विषय पर अपने विचार रखे। डीएवी कालेज करनाल की छात्र आशा शर्मा ने प्लास्टिक मुक्त हरियाणा पर अपने विचार रखे और सबकी अंतरात्मा को झकझोर दिया। भगवान परशुराम कालेज कुरुक्षेत्र के छात्र जयवीर ने हरियाणा की लुप्त होती संस्कृति पर चिंता व्यक्त करते हुए पाश्चात्य संस्कृति को त्यागने व अपनी संस्कृति को ग्रहण करने की बात की।
गांधी आदर्श कालेज समालखा के प्रतिभागी जगदीप व एमएनएस कालेज भिवानी की छात्र ज्योति ने पेड़ बचाओ, जिंदगी बचाओ पर अपने विचार रखे।
हरियाणवी भाषण प्रतियोगिता में प्रतिभगियों ने देश व विदेश के ज्वलंत मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। हरियाणवी भाषण प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल में प्रो. रोशन लाल श्योराण, प्रो. संतराम देसवाल, योगेंद्र शामिल रहे।