अशोक अरोड़ा को लेकर गरमाई हरियाणा की राजनीति, जानिए किस पार्टी में हो सकते हैं शामिल Panipat News
इनेलो से इस्तीफा देने के बाद अशोक अरोड़ा कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस के बड़े पदाधिकारियों के संपर्क में हैं। उन्होंने भी चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी है।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, [पंकज आत्रेय]। अशोक अरोड़ा के इनेलो छोडऩे के बाद से हरियाणा की राजनीत गरमा गई है। उनके समर्थकों के साथ दूसरे दलों की नजरें भी उन पर हैं। कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस में जाने की अटकलें तेज हो रही हैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे राष्ट्रीय पार्टी में ही शामिल होंगे और चुनाव भी लड़ेंगे।
इनेलो को छोड़कर अशोक अरोड़ा नई पारी की शुरुआत शुक्रवार को करने जा रहे हैं। बृहस्पतिवार को दिल्ली पहुंच गए। दोपहर तक वे कुरुक्षेत्र में अपने निवास पर समर्थकों से मंत्रणा करते रहे और दोपहर बाद एक ही गाड़ी में दिल्ली पहुंचे। समर्थकों को उन्होंने किसी भी वक्त दिल्ली पहुंचने के लिए तैयार रहने को कहा।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और भूपेंद्र हुड्डा से मिले
अरोड़ा के मुताबिक वे अब राष्ट्रीय पार्टी ही ज्वाइन करेंगे और निश्चित तौर पर चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस प्रदेश चुनाव समिति के चेयरमैन पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी अशोक अरोड़ा की लंबी बातचीत हुई। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ जैसे ही प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की बैठक खत्म हुई, वैसे ही अशोक अरोड़ा दिल्ली के लिए कूच कर गए।
जल्द हो जाएगा सार्वजनिक
अरोड़ा ने कांग्रेस में ज्वाइनिंग के सवाल पर भी उन्होंने अभी कुछ स्पष्ट नहीं किया है। अरोड़ा ने इतना ही कहा कि जल्दी ही सब कुछ सार्वजनिक हो जाएगा। दूसरी तरफ समर्थकों ने भी उन्हें हर पहलू को देखते हुए भविष्य की राजनीति चुनने का फैसला लेने को कहा है।
इनेलो की बैठक के लिए पहुंचा फोन
इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला 14 सितंबर को कुरुक्षेत्र की पंजाबी धर्मशाला में कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंच रहे हैं। 15 साल में कुरुक्षेत्र में इनेलो की यह पहली बैठक होगी, जिसमें अशोक अरोड़ा नहीं होंगे। किसान सेल के प्रदेशाध्यक्ष बूटा सिंह लुखी ने बताया कि अभय चौटाला संगठन की मजबूती और विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाएंगे। इस मीटिंग के लिए लुखी ने शुक्रवार को अशोक अरोड़ा को फोन करके निमंत्रण दिया। अरोड़ा ने कहा कि वे अब इनेलो छोड़ चुके हैं। लिहाजा मीटिंग में नहीं आएंगे। लुखी ने कहा कि अशोक अरोड़ा का पार्टी में लंबा अनुभव रहा है। इसलिए फोन करके उनसे बैठक के लिए सलाह-मशविरा करना चाहा था।