अमित शाह तक पहुंची चुनावी खबर, दोपहर बाद शहरों में मच गई हलचल
दिल्ली से अमित शाह ने निगम चुनाव पर रखी सीधी नजर। दोपहर तक मतगणना कम होने पर विधायकों और कार्यकर्ताओं को दी नसीहत। कहा, हमारे पार्षद जीतेंगे, तभी लोस और विस की राह होगी आसान।
पानीपत, जेएनएन। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ का चुनाव हारने के बाद भारतीय जनता पार्टी इतनी ज्यादा गंभीर हो गई है कि अब शहरों के चुनाव तक पर अपना फोकस बढ़ा दिया है। हरियाणा के पांचों नगर निगम चुनाव को हर हाल में जीतने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सीधी नजर रखी। दोपहर 12 बजे तक मतदान का आंकड़ा कम होने पर नाराजगी जताई और पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को फील्ड में उतरने का फरमान सुना दिया। फोन पर नसीहत दी कि हमारे पार्षद के जीत जाने पर ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत की राह आसान होगी।
पांचों नगर निगमों के चुनाव भाजपा पदाधिकारियों के लिए नाक का सवाल बन गया है। सीएम मनोहर लाल से मंत्रियों और विधायकों ने पूरी ताकत झोंक दी। सुबह 7:30 बजे से मतदान शुरू हुआ। पोलिंग की गति धीमी रही। पानीपत समेत सभी जिलों में दोपहर 12 बजे तक मतदान धीमा रहा। पानीपत के ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा और जिलाध्यक्ष प्रमोद विज सहित पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बूथों पर मोर्चा संभाले रखा।
अनिल जैन ने विधायक ढांडा से कराई बात
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और हरियाणा के प्रभारी डॉ. अनिल जैन ने विधायक महीपाल ढांडा को फोन कर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से बात कराई। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह ने निगम चुनाव में मतदान पर लंबी बात की और चुनाव को पूरी गंभीरता से लेने का आदेश दिया। दोपहर से पहले तक पोलिंग कम होने पर पार्टी के पदाधिकारियों को सतर्क किया। फोन से संपर्क कर कार्यकर्ताओं को और मतदाताओं को बूथ तक लाने के निर्देश दिए। बूथ सिस्टम को मजबूत बनाने वाले अमित शाह पांचों निगमों में हर हाल में कमल खिलते देखना चाहते हैं।
इस तरह बढ़ा मतदान
सुबह दस बजे तक चार फीसद ही मतदान हो सका था। एक घंटे बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। मतदान केवल दस फीसद तक पहुंचा। बात अमित शाह तक पहुंची। दोपहर एक बजे तक 24 फीसद मतदान पहुंच गया। इसके बाद भाजपा के कार्यकर्ता फील्ड में उतरे और लोगों को बूथ तक लेकर आए। असर ये हुआ कि चार बजे तक 44 फीसद और आठ बजे तक 62 फीसद मतदान हो गया।