फिर खाकी बदनाम, कार्रवाई के लिए एएसआइ ने लगा दी बोली, रंगे हाथ गिरफ्तार
कुरुक्षेत्र में एएसआइ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। एएसआइ ने कार्रवाई के लिए 20 हजार रुपये मांगे थे। विजिलेंस ने उसे रंगे हाथ पकड़ा।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। एक बार फिर खाकी बदनाम हो गई। हरियाणा पुलिस पर उन्हीं के अधिकारी दाग लगा रहे हैं। हनीट्रैप मामले में पानीपत की महिला एसआइ योगेश कुमारी की गिरफ्तारी का मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि कुरुक्षेत्र के एएसआइ राजेश कुमार ने कार्रवाई के लिए बोली लगा दी। रुपये देने के बाद ही केस दर्ज कर कार्रवाई का भरोसा दिया। विजिलेंस ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
अंबाला विजिलेंस की टीम ने थाना सदर पिपली में एएसआइ राजेश कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपित से टीम ने केमिकल लगे 20 हजार रुपये बरामद किए हैं।
ये था मामला
थाना सदर पिपली में सेक्टर आठ निवासी बलबीर सिंह ने शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में सुखविंद्र सिंह पर एक ही प्लाट को दो जगह बेचने के आरोप लगाए थे। इसी मामले में कार्रवाई करने के लिए एएसआइ शिकायतकर्ता से रिश्वत मांग रहा था।
आरोपितों के खिलाफ नहीं दर्ज कर रहा था केस
शिकायतकर्ता बलबीर सिंह ने बताया कि इस मामले में 11 जनवरी 2020 को आरोपित के बयान भी दर्ज कर लिए थे। इसके बावजूद एएसआइ आरोपित के खिलाफ केस दर्ज नहीं कर रहा था। बलबीर ने इसकी शिकायत अंबाला विजिलेंस को दी। अंबाला रेंज से इंस्पेक्टर कुलवंत सिंह के नेतृत्व में विजिलेंस टीम कुरुक्षेत्र पहुंची। जानकारी डीसी धीरेंद्र खडग़टा को देकर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मांग की गई। डीसी ने नायब तहसीलदार जयबीर रंगा को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया।
विजिलेंस ने की प्लानिंग
टीम ने बलबीर सिंह को केमिकल लगाकर नोट देकर एएसआइ के पास भेजा। जैसे ही एएसआइ राजेश कुमार ने रुपये लिए, टीम ने इशारा मिलते ही उसे गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस की टीम ने आरोपित से रिश्वत के 20 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं। आरोपित एएसआइ को शुक्रवार को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेगी। विजिलेंस टीम के इंस्पेक्टर कुलवंत सिंह ने बताया कि अभी कार्रवाई जारी है।