बिना कोविड रिपोर्ट के उत्तराखंड में एंट्री बैन से अंबाला रोडवेज को झटका, होगा बड़ा नुकसान
बिना कोविड रिपोर्ट के उत्तराखंड में एंट्री बैन कर दी गई है। उत्तराखंड सरकार के इस फरमान के बाद से अंबाला रोडवेज डिपो की चिंता बढ़ गई है। अब चालक परिचालक सहित यात्री बिना कोविड रिपोर्ट के एंट्री नहीं कर पाएंगे।
अंबाला, जेएनएन। कोविड-19 दोबारा तेजी से अपने पांव पसार रहा है। इसके चलते जनजीवन पर असर पड़ने लगा है। वहीं बढ़ते कोविड के मामलों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने दूसरे राज्यों की रोडवेज बस सर्विस की एंट्री पर रोक लगा दी है। उसी राज्य की बस की एंट्री होगी जब चालक, परिचालक के अलावा यात्रियों के हाथ में कोविड नेगिटिव रिपोर्ट होगी, अन्यथा बस का बॉर्डर से पहले ही लौटा दिया जायेगा। बता दें अंबाला रोडवेज डिपो से उत्तराखंड के हरिद्वार के लिए एक ही बस जाती है जिसे वीरवार को सहारनपुर से लौटा दिया गया। उधर, उत्तराखंड के इस नये फरमान से डिपो को फिर से नुकसान उठाना पड़ सकता है।
निगेटिव रिपोर्ट आनी की अनिवार्य
बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने कुंभ मेला की वजह से कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है। अगर उत्तराखंड जाना है तो यात्रा से 72 घंटे पहले तक की निगेटिव कोरोना रिपोर्ट होनी चाहिए। ऐसा नहीं होने पर उत्तराखंड में प्रवेश नहीं मिलेगा। ऐसे में अगर बस वापस आई तो इससे डिपो को नुकसान होगा ही साथ ही यात्रियों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बस अड्डे पर ही यात्रियों के टेस्ट करने के बाद व निगेटिव रिपोर्ट देने पर ही आगे रवाना किया जा सकेगा।
लॉकडाउन के दियों में डिपो को लगी थी करोड़ों की चपत
बता दें लॉकडाउन के दिनाें में अंबाला रोडवेज डिपो को कई करोड़ रुपये की चपत लगी थी। जिसकी भरपाई विभाग शायद ही कर पाएगा। हालांकि डिपो की तरफ से सभी बसों को मार्गों पर उतारा जा चुका है, लेकिन डिपो पहले हुए घाटे से अभी तक उभर नहीं पाया है। बता दें मौजूदा समय में डिपो की 190 बसें अलग-अलग मार्गों पर चल रही है जाेकि 55 हजार किलोमीटर का सफर तय कर रही इससे डिपो को रोजाना 15 लाख रुपये की आमदन हो रही।
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