अजब-गजब है सरकारी सिस्टम, टेंडर के बाद निगम ने दो लाइनें और बिछा दीं, यूं फंस गई जनता
पानीपत में अधिकारियों की अनदेखी से लोग परेशान हो रहे है। मामला पानीपत के गोहाना रोड का है। डिप्टी सीएम के पास जाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ है। रोजाना लोग हादसे के शिकार हो रहे हैं।
पानीपत, जागरण संवाददाता। सरकारी विभागों के बीच तालमेल के अभाव में आम लोगों को फंसाकर रख दिया है। मामला पानीपत के गोहाना रोड का है। ठेकेदार ने बिना सोचे-समझे गड्ढे खोद दिए। इस वजह से न केवल हादसे होने लगे, बल्कि दुकानदारों के काम ठप हो गए। पीडब्ल्यूडी और बिजली निगम के बीच तालमेल का इतना अभाव रहा कि टेंडर होने के बाद भी बिजली निगम ने दो लाइनें और बिछा दीं। वैसे तो लाइनें शिफ्ट करनी थीं, लेकिन लाइनें और बढ़ गई। इस वजह से अब गोहाना रोड का निर्माण ठप हो गया है।
मुसीबत का फोरलेन प्रोजेक्ट
करीब 14 करोड़ के बजट से गोहाना रोड को फोरलेन किया जा रहा है। ठेकेदार को यह सड़क बनाने की इतनी जल्दी थी कि उसने खंभों के शिफ्ट होने का इंतजार ही नहीं किया। सड़क की खुदाई कर दी। इस वजह से पूरी सड़क पर गड्ढे खुद गए। अब सड़क तभी बनेगी, जब खंभे हटाए जाएंगे। अब तक बिजली निगम ने एस्टीमेट ही नहीं दिया है।
विधायक कर चुके बैठक, सांसद आ चुके
जनप्रतिनिधयों में शहर के विधायक प्रमोद विज और सांसद संजय भाटिया मौके पर पहुंच चुके हैं। विधायक अपने कार्यालय में पीडब्ल्यूडी और बिजली निगम के अफसरों के साथ बैठक कर चुके हैं। इसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं निकला है।
लोग हादसे के शिकार हो रहे
गोहाना रोड पर सड़क खुदी होने के कारण लोग हादसे के शिकार हो रहे हैं। एक युवक को कई दिन तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा। अभी भी उसकी हालत ठीक नहीं हुई है। गोहना रोड वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है विभाग के अधिकारियों व ठेकेदार पर केस दर्ज होना चाहिए।
डिप्टी सीएम तक पहुंचा मामला
गोहाना रोड के दुकानदारों व शोरूम मालिकों की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पास भी पहुंचे। उनसे मांग की कि खंभों को जल्द शिफ्ट कराएं। नाले को दुकान से सटाकर न बनाएं। अगर सटाकर बनाएंगे तो दुकानों की नींव में पानी जाएगा। अभी तक इस मसले का समाधान नहीं हुआ है।