क्लर्क दूल्हे की अजब गजब डिमांड, बुलेट के बाद दहेज में मांगी क्रेटा कार, अब बरात लाने से इन्कार
बिजली निगम के क्लर्क की शादी करनाल में तय हुई। शादी में दहेज की मांग की गई। पहले क्लर्क दूल्हे की ओर से बुलेट की मांगी गई। अब क्रेटा कार देने को कहा जा रहा है। शादी के कार्ड भी छप चुके हैं। दूल्हा ने शादी से इन्कार कर दिया।
कुंजपुरा (करनाल), संवाद सूत्र। करनाल में एक बार फिर दहेज की वजह से शादी में विवाद सामने आया। बिजली निगम के क्लर्क दूल्हे ने दहेज मांगा। दहेज में पहले बुलेट बाइक मांगी। इसके बाद क्रेटा कार देने को कहा। शादी के कार्ड भी छप चुके थे। दूल्हे ने बरात लाने से इन्कार कर दिया। पंचायत भी हुई। इसके बावजूद दूल्हा नहीं माना। अब दूल्हन पक्ष के लोगों ने पुलिस को शिकायत दी है।
करीब 13 दिन बाद बेटी की शादी करने को लेकर तैयारियों में जुटा गांव कलवेहड़ी का एक परिवार उस समय सन्न रह गया जब वर पक्ष ने क्रेटा गाड़ी की मांग रख दी। यह पूरी न होने पर बारात लाने से इंकार कर दिया। रिश्तेदारों व आसपास के लोगों में कार्ड बांटे जाने के बाद शादी की खुशी में डूबे परिवार में यह पता चलते ही मायूसी छा गई और मामला पुलिस तक पहुंचा, जिसके बाद पुलिस ने आरोपित वर पक्ष के सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया तो वहीं इसकी जांच एएसपी हिमाद्री कौशिक को सौंपी गई है।
पुलिस अधीक्षक गंगा राम पूनिया को दी शिकायत में गांव कलवेहड़ी निवासी वरियाम सिंह ने बताया कि उसके पास दो बेटे व दो बेटियां हैं। छोटी बेटी ने सीनियर सेकेंडरी की कक्षा पास करने के बाद करनाल आईटीआई से इलेक्ट्रीशियन का डिप्लोमा किया हुआ है। उसका रिश्ता बिजली निगम में क्लर्क के तौर पर कार्यरत सोनीपत जिले के गांव महलाना निवासी शैलेंद्र के साथ तय किया हुआ है। बीते वर्ष तीन सितंबर को जब रिश्ता तय हुआ था तो वर पक्ष की तरफ से बिना दहेज के बेहद साधारण तरीके से शादी कर उसकी बेटी को ले जाने की बात कही गई थी। उसके बाद दोनों पक्षों की सहमति से 11 फरवरी की शादी की तिथि तय हो गई। जिसके बाद विवाह कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गयी।
इसी प्रक्रिया में तीन फरवरी को लग्न यानी विवाह की चिट्ठी एवं दहेज का सामान वर के घर पहुंचाना भी तय हो गया। उन्होंने आरोप लगाए कि इसी दौरान चार-पांच दिन पूर्व 24 जनवरी को दूल्हे का भाई यशवंत गांव कलवेहड़ी आ गया। यहां आने के बाद वर के भाई एवं उनके अन्य स्वजनों ने दहेज की मांग करनी शुरू कर दी। पहले एसी, फ्रिज ब्रांडेड सामान एवं दूल्हे समेत चारों भाइयों की अंगूठी चेन के अलावा मां व बहनों के लिए अंगूठी की मांग की गई। उसके बाद सभी स्वजनों के महंगे कोट पेंट के साथ बुलेट बाइक भी दहेज की सूची में जोड़ दी गई। जब उन्होंने यह सामान दहेज में देने की अपनी हैसियत न होने की बात कही तो दूल्हे पक्ष द्वारा शादी से साफ इंकार कर दिया गया जबकि दहेज दान के लिए काफी सामान खरीदा जा चुका था। वरियाम सिंह के अनुसार शादी की तय तिथि में मात्र 15 दिन रह जाने के कारण उनके द्वारा सगे संबंधियों को निमंत्रण कार्ड भी बांटे जा चुके हैं।
सात गांवों की पंचायत के समझाने पर भी नहीं माना दूल्हा पक्ष
वरियाम सिंह के मुताबिक जब इस मामले की चर्चा हुई तो उनके समर्थन में आस पास सात गांव के लोगों की पंचायत भी खड़ी हो गई। पंचायत ने भी वर पक्ष को समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन सरकारी नौकरी में वर कार्यरत बताते हुए इस पक्ष ने क्रेटा गाड़ी लिए बगैर शादी करने से इन्कार कर दिया। ऐसे में उनकी बेटी ही नहीं पूरे परिवार के समक्ष बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
मामले की गहनता से की जा रही जांच : हिमाद्री
इस संबंध में इंद्री एएसपी हिमाद्री कौशिक का कहना है कि लड़की के पिता वरियाम सिंह की शिकायत पर गांव महलाना जिला सोनीपत निवासी शैलेंद्र के अलावा शारदा, शकुंतला, सुरेंद्र,यशवंत उर्फ पिंकू, सुधीर उर्फ पप्पू, विनीत उर्फ काला एवं निर्भय नामक आरोपित के खिलाफ दहेज निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित कर पीड़ित पक्ष को पूरा न्याय दिलाया जाएगा।