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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पर नौकरी के लिए रिश्वत का आरोप, कमेटी करेगी जांच

डिप्टी सिविल सर्जन पर नौकरी के नाम पर 50 हजार लेने के आरोप लगाए गए हैं। एक सरपंच ने उन पर ये आरोप लगाए। जांच के लिए कमेटी गठित की गई है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 01:50 PM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 01:50 PM (IST)
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पर नौकरी के लिए रिश्वत का आरोप, कमेटी करेगी जांच
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पर नौकरी के लिए रिश्वत का आरोप, कमेटी करेगी जांच

पानीपत/जींद, जेएनएन। नागरिक अस्पताल के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम कटारिया पर पेंगा गांव के सरपंच बीरेंद्र ने उसके भांजे को आउटसोर्सिंग के तहत सिक्योरिटी गार्ड लगवाने के नाम पर 50 हजार रुपये रिश्वत लेने के आरोप लगाए हैं। सरपंच ने आरोप लगाया कि डिप्टी सिविल सर्जन ने दो माह पहले रिश्वत लेने के बाद न तो नौकरी लगाई और 20 हजार रुपये की ओर डिमांड की। शिकायत मिलने पर सिविल सर्जन डॉ. जयभगवान जाटान के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन करके इसकी जांच शुरू कर दी।  

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गांव पेंगा के सरपंच बीरेंद्र सिंह ने डीसी व सिविल सर्जन को दी शिकायत में बताया कि उसका भांजा विकास उसके पास रहता है। गांव का जनप्रतिनिधि होने के चलते डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम कटारिया के पास आना जाना था। इस दौरान उसके भांजे विकास को आउटसोर्सिंग के तहत लगवाने की बात कही और करीब दो माह पहले डीआरडीए के निकट गाड़ी में आया और 50 हजार रुपये ले लिए और एक माह के अंदर नौकरी लगवाने की बात कही। जब उनसे बात हुई तो हर बार आगे का टाइम देते रहे। दो माह बाद भी जब काम नहीं हुई तो मंगलवार को डॉ. पालेराम कटारिया से मिलने के लिए गया तो उसने 20 हजार रुपये ओर मांगे। उसने बीस हजार देने से मना कर दिया और पहले दिए 50 हजार रुपये वापस देने के लिए कहा। उसने आरोप लगाया कि उसके बाद डिप्टी सिविल सर्जन तैश में आ गया और पैसे वापस देने से मना करके कार्यालय से बाहर निकलने के लिए कह दिया। सरपंच ने आरोप लगाया कि नौकरी दिलाने की झांसा देकर उससे पैसे हड़पे हैं। 

सिविल सर्जन ने गठित की कमेटी 

सिविल सर्जन डॉ. जयभगवान जाटान ने बताया कि उनको डिप्टी सिविल सर्जन के खिलाफ शिकायत मिली है। शिकायत मिलते ही उसके नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी में उसके अलावा नागरिक अस्पताल में एमएस डॉ. गोपाल गोयल, डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. जेके मान को शामिल किया है। डिप्टी सिविल सर्जन ने आरोपों के बारे में जवाब मांगा है। 

उन पर लगाए आरोप निराधार 

डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. पालेराम कटारिया ने कहा कि उन्होंने नौकरी के नाम पर कोई राशि नहीं ली और उन पर लगे आरोप निराधार है। आउटसोर्सिंग के तहत नौकरी लगाने का काम ठेकेदार का है। सिविल सर्जन आउटसोर्सिंग के प्रिंसिपल एम्प्लायर है और इससे उनका कोई लेना देना नहीं है। उसने आरोप लगाया कि एक महिला कर्मी के खिलाफ जांच चल रही है और पेंगा गांव का सरपंच उस महिला कर्मी का रिश्तेदार है। इसी रंजिश के चलते उन पर आरोप लगाए हैं।


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