चेतावनी- परीक्षा के दौरान धार्मिक चिह्नों से छेड़छाड़ नहीं होगी बर्दाश्त
प्रदेश में ग्रुप डी की परीक्षा होने वाली है। सिखों के धार्मिक चिह्नों पर बात शुरू हो गई है। पिछली बार परीक्षा में इन्हें उतरवा लिया गया था, ताकि कोई किसी भी तरह नकल न कर सके।
जेएनएन, पानीपत - शिरोमणि अकाली दल हरियाणा के प्रदेश प्रवक्ता कंवलजीत सिंह अजराना ने कहा कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से कराई जा रही ग्रुप डी की परीक्षा में अमृतधारी परीक्षार्थियों के धार्मिक चिह्नों से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में प्रदेश सरकार को परीक्षा के दौरान ड्यूटी देने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों तथा जिला प्रशासनों को सख्त निर्देश देने चाहिए।
यदि पिछली बार की तरह इस बार अमृतधारी सिख परीक्षार्थियों के ककार उतरवाने (धार्मिक चिह्नों से छेड़छाड़ या उन्हें उतरवाने) का प्रयास किया गया, तो इसका खामियाजा ड्यूटी देने वाले अधिकारी व कर्मचारी तथा सरकार को भुगतना होगा। अजराना ने कहा कि परीक्षा के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर की परिधि में धारा-144 लगाई जाती है और इस परिधि में किसी भी प्रकार का हथियार, मोबाइल फोन, वाइफाइ यंत्र ले जाने की अनुमति नहीं होती। इतना ही नहीं, परीक्षा केंद्रों के आसपास फोटो स्टेट की मशीनें भी बंद रखी जाएंगी।
भावनाओं का सम्मान करें
इन आदेशों की अवहेलना करने पर आइपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई भी अमल में लाई जाती है तो फिर सिखों के धार्मिक चिह्नों से छेड़छाड़ न करने की हिदायत प्रशासन को जारी करनी चाहिए ताकि ड्यूटी पर तैनात कोई भी अधिकारी या फिर कर्मचारी ऐसा करने से गुरेज करें। प्रदेश सरकार को ऐसे आदेश देने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश देने चाहिए ताकि सिखों की धार्मिक भावनाओं पर कुठाराघात न हो। उन्होंने चेताया कि इस बार धार्मिक चिह्नों का अपमान होने पर ऐसा करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने के साथ-साथ प्रदेश सरकार के खिलाफ भी आंदोलन चलाया जाएगा।