घुड़चढ़ी में नाचते हुए फायरिंग...और छिन गया इकलौता बेटा
इतनी आजादी क्यों। जींद में बरातियों ने जोश में आसपास बच्चों का भी ध्यान नहीं रखा। सीने में गोली लगने से किशोर की मौत। हवाई फायरिंग पर रोक के बावजूद नहीं मानते बराती।
पानीपत, जेएनएन। किसी की शादी के जश्न ने किसी के परिवार का चिराग बुझा दिया। शादी जैसे समारोह में हवाई फायरिंग पर प्रतिबंध के बावजूद लोगों ने गोली चलाई। एक गोली किशोर के सीने के आरपार हो गई। उसकी मौके पर मौत हो गई। परिवार का इकलौता बेटा नहीं रहा।
मामला जींद के गांव का है। शाम को घुड़चढ़ी हो रही थी। घर के सामने डीजे बज रहा था। डीजे फ्लोर पर कई युवक डांस कर रहे थे। कुछ बच्चे सभी को नाचते हुए देख रहे थे। इसी दौरान किसी युवक ने हवा में फायर कर दिया। सुमित भी घुड़चढ़ी देख रहा था। गोली उसके सीने में जा लगी। गोली लगते ही सुमित जमीन पर गिर गया। ग्रामीण और परिजन उसे अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
परिजन समझे दौरा आने से गिरा
सुमित के जमीन पर गिरने की सूचना पर परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। तब सुमित जमीन पर पड़ा था। उन्होंने समझा वह दौरे (बीमारी) के कारण बेहोश हो गया है। उनके पैरों तेले की जमीन तब खिसक गई जब डॉक्टरों ने बताया कि सीने में गोली लगने के कारण सुमित की मौत हो चुकी है।
गरीब दंपती का इकलौता बेटा था सुमित
सुमित अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। वह सातवीं कक्षा में पढ़ रहा था। पिता धर्मवीर लकवाग्रस्त है। मां मजदूरी करती है। एक बहन भी है।