एडिड कॉलेजों के स्टाफ का टेकओवर तय, यूनियन ने जताया आभार
फिलहाल प्राचार्य और 58 वर्ष से अधिक उम्र के टीचिग और नॉन टीचिग स्टाफ को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रदेश के एडिड कॉलेजों के स्टाफ को सरकार अपने कॉलेजों में टेकओवर करेगी। इसी महीने प्रक्रिया पूरी हो सकती है। फिलहाल, प्राचार्य और 58 वर्ष से अधिक उम्र के टीचिग और नॉन टीचिग स्टाफ को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।
हरियाणा प्राइवेट एडिड कॉलेज नॉन टीचिग एंप्लाई यूनियन की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को आइबी पीजी कॉलेज में हुई। इसकी अध्यक्षता उप प्रधान रामकुमार ने की। राज्य प्रधान सुरेंद्र सिंह अपने चचेरे भाई के निधन से बैठक में शामिल नहीं हो पाए। सर्वप्रथम दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। यूनियन ने एसीपी, मेडिकल, एक्सग्रेशिया और एडिड कॉलेजों के नॉन टीचिग स्टाफ को टेकओवर करने से संबंधित सभी मुद्दों पर चर्चा की। महासचिव सोहनलाल ने यूनियन की रिपोर्ट और योजनाओं के बारे में सभी सदस्यों को अवगत कराया। सतपाल शर्मा ने यूनियन की आय-व्यय का लेखा-जोखा सदस्यों के सामने रखा। नॉन टीचिग स्टाफ कॉलेज की रीढ़ : डॉ. गर्ग
कॉलेज प्राचार्य डॉ. अजय कुमार गर्ग ने कहा कि नॉन टीचिग स्टाफ किसी भी कॉलेज की रीढ़ की हड्डी के समान हैं। सभी सदस्यों ने एकमत होकर सरकारी महाविद्यालयों में नॉन टीचिग स्टाफ को समायोजित करने के सरकार के फैसले का स्वागत किया। इस मौके पर हरि सिंह, विजेंद्र कादियान, सुरेश वर्मा, उम्मेद सिंह व राममेहर शर्मा मौजूद रहे। कॉलेज प्रबंधन के सामने चुनौती
सरकार के इस फैसले के लागू होते ही एडिड कॉलेज प्रबंधन के सामने बड़ी चुनौती होगी। जून और जुलाई महीना कॉलेजों में दाखिलों का होता है। इस समय फैसला आता है तो दाखिला प्रक्रिया भी प्रभावित हो सकती है। वहीं टीचिग और नॉन टीचिग स्टाफ को भर्ती करना भी गंभीर होगा।
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