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Agricultural News: भाकियू की हरियाणा सरकार से अपील, 25 सितंबर से पहले धान खरीद शुरू करें

भारतीय किसान यूनियन ने मुख्यमंत्री से 25 सितंबर से पहले धान की खरीद शुरू करने की मांग उठाई है। यूनियन का कहना है कि प्रदेश में पूराने सिस्टम में धान की खरीद की जा रही है। पहले एक अक्टूबर को धान खरीद का नियम था।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Tue, 21 Sep 2021 06:50 AM (IST)Updated: Tue, 21 Sep 2021 06:55 AM (IST)
Agricultural News: भाकियू की हरियाणा सरकार से अपील, 25 सितंबर से पहले धान खरीद शुरू करें
भारतीय किसान यूनियन ने की 25 सितंबर से पहले धान खरीद की अपील।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) ने धान की खरीद शुरू करने की मांग उठाई है। यूनियन का कहना है कि प्रदेश में पूराने सिस्टम में धान की खरीद की जा रही है। पहले एक अक्टूबर को धान खरीद का नियम था। उस समय 100 से 120 दिन में धान पकती थी। अब हाईब्रिड किस्म आ गई हैं। ये किस्म 90 से 100 दिन में पककर तैयार हो जाती हैं। यूनियन ने 25 सितंबर से पहले धान की खरीद शुरू करने की मांग की है। भारतीय किसान यूनियन (चढूनी ग्रुप) के प्रदेश प्रवक्ता राकेश बैंस ने मुख्यमंत्री को इसके लिए पत्र लिखा है।

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धान की इस किस्म को अपनाया जा रहा है

कुरुक्षेत्र सहित करनाल, कैथल, पानीपत व सोनीपत में मुख्य रूप से धान की खेती की जाती है। करनाल, कुरुक्षेत्र और कैथल में धान की अगेती किस्म को अपनाया जा रहा है। स्थानीय किसान धान के तुरंत बाद आलू की खेती करते हैं। इस समय में किसान धान की कटाई कर रहे हैं। कुछ किसानों ने तो अधिकतर खेतों में धान की कटाई कर दी है। वे इन खेतों में आलू की बिजाई करने की तैयारी कर रहे हैं।

किस्म नई, खरीद का सिस्टम पुराना

राकेश बैंस ने बताया कि मंडियों में धान का सीजन पूरे जोर से चल रहा है। कई मंडियों में धान काफी मात्रा में आ चुका है। जबकि सरकारी खरीद एक अक्टूबर से शुरू होती है। जोकि काफी देर से आती है। इस नियम को बनाने के वक्त लंबी अवधि के बीज लगाए जाते थे। ये काफी देर से पकते थे। यह 100 से 120 दिन पूरा होता था, लेकिन आज ज्यादातर किसान हाईब्रीड बीज की खेती करते हैं। यह 80 से 90 दिन में पककर तैयार हो जाते हैं। किसानों का काफी धान निजी व्यापारी औने पौने दामों पर खरीद रहे हैं। ऐसे में किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है।

पोर्टल शुरू करने की मांग

मेरी फसल मेरा पोर्टल को एक बार पुन: शुरू करने की मांगग की। किसानों का कहना है कि काफी किसानों का तकनीकी कारणों के चलते पोर्टल से डाटा साफ हो गया है व काफी किसान पोर्टल पर तकनीकी कारणों से अपना धान दर्ज नहीं करवा पाए हैं। जिससे वे अपनी धान की फसल बेचने से वंचित रह जाएगे। ऐसे में सरकार को मेरी फसल मेरा पोर्टल को एक बार पुन: शुरू करना चाहिए। मेरी फसल मेरा पोर्टल में धान की प्रति एकड़ पैदावार 30 क्विंटल की खरीद निर्धारित की गई है। इस बार मौसम शुष्क है। जिससे धान की प्रति एकड़ पैदावार ज्यादा होने की उम्मीद है। सरकार को यह 35 क्विंटल करना चाहिए।

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