अमेरिका जाने का सपना दिखा ठगे 95 लाख, जेल में भी बिताना पड़ा एक साल
कुरुक्षेत्र में ठगी का मामला सामने आया है। विदेश भेजने के नाम पर छह युवकों से ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया। फर्जीवाड़ा करके अमेरिका भेजा और उन्हें जेल हो गई।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। विदेश भेजने की चाह में छह युवकों ने एंजेटों के हाथों 95 लाख रुपये गवां दिए। लगभग एक साल तक जेलों में रहने के बाद वे वापस भारत लौटे। अब युवकों के एंजेटों के खिलाफ धोखाधड़ी करने का केस दर्ज कराया है। पुलिस ने आर्थिक अपराध शाखा से मामलों में जांच कराई, जहां जांच होने के बाद पुलिस ने मामले दर्ज किए हैं। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी है। वहीं स्टडी वीजा दिलाने के नाम भी ठगी गई।
जंगल के रास्ते भेजा अमेरिका, ठग लिए 24 लाख
बीड़ पिपली निवासी यसपाल ने थाना सदर में शिकायत दर्ज कराई कि उसके पिता की यमुनानगर निवासी जरनैल सिंह के सािा मुलाकात थी। उसके पिता ने कहा कि वह अपने बेटे को विदेश भेजना चाहता है। उसके पिता से अमेरिका भेजने के लिए 24 लाख रुपये मांग की गई। अप्रैल 2019 में आरोपित ने पासपोर्ट व पांच लाख रुपये लिए थे। आरोपित ने आठ मई 2019 को दिल्ली से कयूटो भेज दिया। जहां से उसे मैक्सिको के लिए भेजा गया। मैक्सिको पहुंचते ही आरोपित जरनैल सिंह ने उसके घर से बाकी 14 लाख रुपये नकद ले लिए। एक महीने मैक्सिको रहने के बाद उसे बार्डर क्रास करके अमेरिका भेज दिया जहां पर पुलिस ने उसे पकड़ा और जेल में बंद कर दिया। आरोपित ने उसके पिता से कहा कि अमेरिका में वकील करने के लिए चार लाख रुपये लगेंगे और एक लाख रुपये कैश पासपोर्ट आईडी के लगेंगे। लगभग 11 महीने जेल में रहने के बाद वह भारत वापस आ गया।
25 लाख रुपये लेकर भी फर्जी तरीके से भेजा अमेरिका
गांव चम्मूकलां निवासी चरणजीत सिंह ने थाना इस्माईलाबाद में शिकायत दर्ज कराई कि अप्रैल 2019 में उसी के गांव के सुखविंद्र सिंह उसके घर पर अंबाला के सेक्टर 10 निवासी कुलवंत सिंह को लेकर आए थे। सुखविंद्र उर्फ बब्बर ने उसके पिता को कहा कि कुलवंत लोगों को विदेश भेजने का काम करता है। वह उसके पुत्र को 25 लाख रुपये अमेरिका भेज देगा। आरोपित उसके पिता को बातों में लगाकर पांच लाख रुपये, दो फोटो व पासपोर्ट ले गए। उस दोनों ने उसके पिता को कहा कि वे चरणजीत को सीधे अमेरिका भेजेंगे, रास्ते में कोई परेशानी नहीं आने देंगे। 10 मई को कहा कि चरणजीत का अमेरिका का वीजा लग गया है। दिल्ली से अमेरिका के लिए फ्लाइट है।
उसी दिन कुलवंत सिंह ने उसके पिता से 10 लाख रुपये लिए। उसे एक व्यक्ति ने इक्वाडोर के लिए मुझे टिकट दे दी। दिल्ली एयरपोर्ट से फ्लाइट लेकर दो दिन बाद इक्वाडोर तो पहुंच गया। कुलवंत सिंह ने उसे कहा कि दो-तीन दिन यहीं पर रुको। इक्वाडोर क्वीडो से पहले कोलंबिया फिर टरवो बस से पहुंचा और टरवो से उसे किश्ती में बैठकर समुद्र के रास्ते कपूर गाना देश पहुंचाया गया। उसके बाद जंगल के रास्ते उसे पनामा कैंप में सात दिन पैदल ले गए। कुलवंत सिंह के आदमी ने उसका पासपोर्ट ले लिया और उसे जंगल पार कराया कर मैक्सिको ले गए। कुलवंत के आदमियों ने उसे अमेरिका बॉर्डर पार करवा कर अमेरिका में भेज दिया, जहां पुलिस ने उसे पकड़ लिया और जेल मे डाल दिया। जेल के अधिकारियों ने कहा कि पासपोर्ट मंगवा लो वे उसे वापस भारत भेज देंगे। पासपोर्ट फोटो के बदले एक लाख रुपये लिए गए। जहां से उसे वापस भारत भेज दिया।