यमुनानगर में एजेंट ने 20 लाख रुपये लेकर अमेरिका भेजा, आठ माह काटनी पड़ी जेल
यमुनानगर में एजेंट ने रुपये के लालच में ऐसा खेल खेला कि जठलाना निवासी 33 वर्षीय यशपाल को अमेरिका की जेल में आठ माह बिताने पड़े। जेल काटने के बाद अमेरिका ने उन्हें वापस भारत भेज दिय
यमुनानगर, जेएनएन। अमेरिका गए तो ये सोच कर थे कि वहां अच्छा काम करेंगे। बहुत सारे पैसे कमाकर घर भेजेंगे। परंतु एजेंट ने रुपये के लालच में ऐसा खेल खेला कि जठलाना निवासी 33 वर्षीय यशपाल को अमेरिका की जेल में आठ माह बिताने पड़े। जेल काटने के बाद अमेरिका ने उन्हें वापस भारत भेज दिया। घर आकर यशपाल ने एजेंट कुरुक्षेत्र के गांव गजलाना निवासी गुरजंत के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। यशपाल के भाई का तो यहां तक कहना है कि गुरजंत पहले भी कई लोगों को कबूतरबाजी में फंसा चुका है और इन दिनों करनाल की जेल में बंद हैं।
यशपाल किसान परिवार से हैं और विदेश जाकर रोजगार करना चाहते थे। इसी दौरान उनके ही एक जान पहचान वाले ने यशपाल की मुलाकात गुरजंत से करवाई। गुरजंत ने उन्हें बताया कि वह उसे अमेरिका भेज देगा। सारा काम एक नंबर का होगा यानि उसे सारी कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद ही अमेरिका भेजा जाएगा। इन सब पर 20 लाख रुपये खर्च आएगा। परिवार से बात करने के बाद यशपाल ने जनवरी 2019 में गुरजंत को 20 लाख रुपये दे दिए। तीन माह में अमेरिका भेजने की बात कही थी परंतु इसमें प्लेन में बिठाकर रवाना कर दिया। इसके बाद गुरजंत के दूसरे एजेंट यशपाल को मिले जो कभी जंगल तो कभी समुद्र के रास्ते उसे आगे भेजते रहे। रास्ते में ही यशपाल को शक हो गया कि उसके साथ धोखा हुआ है।
वह फोन पर अपने घर पर भी इस बारे में बात करता रहा। एजेंट ने उसे किसी तरह अमेरिका तक तो पहुंचा दिया परंतु बार्डर पर अमेरिका पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। अवैध रूप से देश में दाखिल होने के आरोप में उन्हें जेल में डाल दिया गया। आठ माह अमेरिका की जेल में बिताने पड़े। 20 जुलाई को पुलिस ने उन्हें अमेरिका से भारत भेज दिया। मामले की जांच कर रहे थाना जठलाना के एएसआइ सलिंद्र कुमार का कहना है कि यशपाल की शिकायत पर गुरजंत के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच चल रही है।