गजब धांधली- उम्र 21 साल, कंडक्टरी का लाइसेंस 10 साल पुराना
रोडवेज द्वारा लिस्ट बनाने में हुई खामियों से उलझन में पड़ रहे उम्मीदवार। सिफारिशी लोगों के नाम आगे बढ़ाए। हड़ताल की वजह से की जा रही हैं अस्थायी भर्तियां।
पानीपत [हिमांशु गोयल]- हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों की हड़ताल के बाद अस्थायी नौकरियां निकालीं तो उसमें धांधलियां सामने आने लगी हैं। 21 साल की उम्र वाले उन आवेदकों के नाम लिस्ट में शामिल किए गए हैं, जिन्होंने अपना कंडक्टर लाइसेंस का 10 साल का अनुभव बताया है। दूसरी तरफ, 10 साल के अनुभव वाले आवेदकों का नाम लिस्ट से गायब है।
कंडक्टर्स की भर्ती करने के लिए 25 अक्टूबर तक आवेदन मांगे गए थे। जींद और पानीपत में 12 हजार से ज्यादा युवाओं ने आवेदन फार्म जमा करवाए। इनको जमा करवाने का कार्य रोजगार विभाग में लगे सक्षम युवाओं को सौंपा गया था। उसके बाद इन फार्मों को अपलोड करने का कार्य रोडवेज विभाग में कर्मचारियों को करना था। जारी हुई लिस्ट के बाद उसमें काफी खामियां सामने आ रही है। यह लिस्ट रोडवेज पर सवालिया निशान खड़ा करने के साथ अधिकारियों के लिए अब सिरदर्द भी बनना शुरू हो गई है।
सिफारिश लग रही
आरोप है कि इस लिस्ट में जो सिफारशी युवा है, जिनका लाइसेंस दस साल से कम का है, उनके नाम लिस्ट के अंदर है। कुछ उम्मीदवार जिनके पास दस साल का लाइसेंस होने के बाद उनका नाम लिस्ट से बाहर किया गया। अब यह नाम कैसे और क्यों आए, इस बारे में अधिकारी भी जवाब देने के लिए तैयार नहीं है। हरियाणा सरकार की गाइड-लाइन के अनुसार जिनका लाइसेंस दस साल से कम का है, उनके फार्म किसी भी सूरत में मान्य नहीं थे। उनको छंटनी के दौरान ही रिजेक्ट कर दिया गया था। शुक्रवार को दो ऐसे नए मामले सामने आए है। इनमें एक तो वह की जिसका लाइसेंस तो दस साल का है, लेकिन उसकी आयु के अनुसार वह लाइसेंस बनवाने की निर्धारित आयु के बराबर भी नहीं है और दूसरा मामला यह कि सात साल पुराना लाइसेंस होने के बाद भी लिस्ट में नाम आया हुआ है। हालांकि 2110 कंडक्टरों उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद रोडवेज प्रशासन ने तीन नवंबर तक का दस्तावेज चेक के लिए समय दिया भी हुआ है।
रोडवेज जीएम का जवाब
जींद के रोडवेज जीएम प्रदीप ने बताया कि जींद डिपो में 37 कंडक्टरों को लिया जाना है। 8 हजार से भी ऊपर के आवेदन आए थे। इनमें से अभी लिस्ट में 2110 उम्मीदवार ही ऐसे थे, जिनकी लिस्ट तैयार की गई है। इस लिस्ट को दोबारा से चेक किया जा रहा है। अब फिर से छंटनी कर फाइनल लिस्ट तैयार की जाएगी। जो योग्य नहीं होगा, उसका फार्म रिजेक्ट किया जाएगा।