हाइकोर्ट के फैसले के बाद प्रशासन ने दिलाया धन्ना परिवार को कब्जा
डीएसपी सिटी सतीश गौतम सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह प्रशासनिक दल-बल के साथ गांव में पहुंचे और धन्ना परिवार को कब्जा दिलाया। हालांकि सिख समुदाय के लोग देर शाम तक वही डटे रहे।
संवाद सहयोगी, काबड़ी : रतिपुर गांव की 170 कनाल 18 मरले जमीन पर दो पक्षों में कई वर्षो से कोर्ट केस चल रहा था। अब हाई कोर्ट ने धन्ना परिवार को जमीन का मालिक मानते हुए उनके पक्ष में फैसला सुनाया। जिला प्रशासन को जमीन कब्जामुक्त कराने के आदेश दिए। डीएसपी सिटी सतीश गौतम, सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह प्रशासनिक दल-बल के साथ गांव में पहुंचे और धन्ना परिवार को कब्जा दिलाया। हालांकि सिख समुदाय के लोग देर शाम तक वही डटे रहे।
मंगलवार सुबह 11 बजे सदर थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने सिख समुदाय के लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से मामला सुलझाने की बात कही। साथ ही कब्जा हटाने में बाधा डालने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी, लेकिन सिख समुदाय के लोग वहां से नहीं हटे। एक घंटे बाद थाना प्रभारी वापस लौट गए।
किसानों ने किया विरोध
दोपहर 1 बजे वह दोबारा डीएसपी सिटी सतीश गौतम, नायब तहसीलदार कृष्ण कुमार और प्रशासनिक बल के साथ गांव आए। पड़ोसी किसानों ने फसल खराब होने का हवाला दे उन्हें खेतों से नहीं गुजरने देने की बात कही। डीएसपी सतीश गौतम ने कोर्ट नोटिस दिखाते हुए तुरंत प्रभाव से कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। जिसके बाद किसानों ने प्रशासनिक अमले को खेतों से गुजरने का रास्ता दिया। जमीन पर कब्जा दिलाते समय विरोधी पक्ष ने कोई विरोध नहीं किया।
सिख समुदाय का दावा
सन 1965 में सरपल्स में उक्त जमीन मामना, मनी और भाना के नाम हो गई थी। सिख समुदाय का दावा है कि तीनों ने जमीन को कमलप्रीत को बेच दिया था। बाद में कमलप्रीत ने जमीन छोटे-छोटे टुकड़ों में 15 अप्रैल 1967 को सुरेंद्र सिंह, अमरीक सिंह, महेंद्र सिंह, सुक्का सिंह, सतबीर सिंह, अजायब सिंह, सुरेंद्र कौर, अजीत सिंह, लखविद्र कौर, बलविद्र कौर, सुग्गा, टहल सिंह, निशान सिंह, दर्शन सिंह, सुखवंत सिंह व मुख्तयार सिंह को बेच दी।
परिवार सहित टीडीआइ पुल से होकर खेत पहुंचा धन्ना
मामना, मनी, भाना के परिवार से धन्ना ने कोर्ट केस किया था। केस जीतने के बाद वह मंगलवार को परिवार और प्रशासनिक बल सहित गांव पहुंचा। घटनास्थल जाने के लिए प्रशासन के साथ खेतों से गुजरने लगे तो सिख समुदाय के लोगों ने उन्हें रोक लिया। जिसके बाद धन्ना परिवार सहित टीडीआइ पुल से होकर मौके पर पहुंचा। डीएसपी सिटी सतीश गौतम ने उसे जमीन पर कब्जा दिलाया।