एमटेक के बाद मेडिकल स्टोर खोला, टीचर पत्नी के प्रोत्साहन ने दिलाया राष्ट्रीय शिक्षक अवॉर्ड
डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल के वाइस प्रिंसिपल अनुज सिन्हा को राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया।
जगमहेंद्र सरोहा, पानीपत
एमएससी और एमटेक करने बाद अपना मेडिकल स्टोर खोल लिया। अध्यापिका जीवन संगिनी ने प्रोत्साहित किया तो शिक्षक बनने की राह पर कदमताल की। मात्र आठ वर्ष के सफर में महामहिम के हाथों राष्ट्रीय शिक्षक अवॉर्ड हासिल किया। हम बात कर रहे हैं मॉडल टाउन स्थित डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल के वाइस प्रिसिपल डॉ. अनुज सिन्हा की। वह शिक्षक दिवस पर प्रदेशभर से यह अवॉर्ड प्राप्त करने वाले अकेले अध्यापक रहे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने शिक्षक दिवस बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया। स्कूल निदेशक रोशन लाल, प्रिसिपल मंजू सेतिया और प्रशासनिक अधिकारी संजीव शर्मा ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
डॉ. सिन्हा ने बताया कि यह उनका राष्ट्रीय स्तर पर पहला पुरस्कार है। इससे पहले कई पुरस्कार मिल चुके हैं। उन्होंने साइंस के क्षेत्र में कई उपलब्धि दर्ज कराई हैं। डॉ. अनुज सिन्हा ने बताया कि इस उपलब्धि तक पहुंचने में पत्नी दीप्ति सिन्हा का प्रोत्साहन मिला। उन्होंने 2003 में एमटेक की पढ़ाई पूरी की थी। एनएफएल के पीछे मेडिकल दवाओं की होलसेल की दुकान शुरू कर दी। शाम को देर तक अपने काम में लगा रहता था। पत्नी दीप्ति दयाल सिंह पब्लिक स्कूल में टीचर हैं। वह उसको इतनी पढ़ाई करने पर शिक्षक लाइन में आने की कहती रहती थी। उसने 2011 में डॉ. एमकेके स्कूल में फिजिक्स अध्यापक के रूप में ज्वाइन किया। स्कूल निदेशक आरएल सैनी ने प्रोत्साहित किया और 2015 में पीएचडी की। स्कूल प्रबंधन ने 2017 में वाइस प्रिसिपल बने। दो आविष्कारों ने राष्ट्रीय स्तर पर दिलाई पहचान
डॉ. अनुज सिन्हा ने बताया कि पानी से मोटरसाइकिल चलाने का उनका मॉडल राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम आ चुका है। पानी से हाइड्रोजन निकाल मोटरसाइकिल चलाई। यह एक लीटर में 100 किमी. चलती है। इसमें इंजन जल्दी गर्म हो जाता है। अब मॉडल में लगातार सुधार किया जा रहा है। इसमें छठी कक्षा में पढ़ने वाला मेरा बेटा आदिश सिन्हा पूरा सहयोग कर रहा है।
दूसरा मॉडल बिना कंप्रेशर का फ्रिज है। यह भी राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट रहा है। इसमें टीईसी मॉड्यूल से तापमान देते हैं। जिससे फ्रिज ठंडा हो जाता है। डॉ. सिन्हा ने बताया कि फ्रिज में प्रयोग होने वाली सीएफसी गैस काफी हानिकारक होती है। इसमें भी सुधार किए जा रहे हैं।