तहसील में ज्वाइन करने के बाद छुट्टी पर अधिकारी, लोग परेशान
जागरण संवाददाता समालखा समालखा तहसील में काम को लेकर आने वाले लोगों की परेशानी कम होन
जागरण संवाददाता, समालखा : समालखा तहसील में काम को लेकर आने वाले लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। अधिकारी के न होने पर कर्मचारी मनमर्जी कर रहे हैं। कोई सीट पर बैठता ही नहीं, तो कोई काम करने की बजाय बहाने बना टाल देता है। मंगलवार को तहसील का नजारा कुछ ऐसा ही दिखा। जहां लोगरिहायशी, इनकम व जाति प्रमाण पत्र पर क्लर्क के हस्ताक्षर कराने के लिए दिन भर भटकते रहे।
तहसील में हर रोज दर्जन भर से ज्यादा रजिस्ट्री होती है। पिछले साल दिसंबर माह से नायब तहसीलदार का पद खाली था। वहीं 30 अप्रैल तहसीलदार रामगोपाल के सेवानिवृत्त होने पर तहसीलदार का पद भी खाली हो गया था। ऐसे में दोनों पद खाली होने पर बापौली के नायब तहसीलदार नरेश कौशल को यहां का अतिरिक्त चार्ज मिला हुआ था। करीब छह माह बाद तहसील में नायब तहसीलदार अभिमन्यु ढांडा के तौर पर स्थायी अधिकारी की नियुक्ति हुई। लेकिन ज्वाइन करने के बाद वो भी किसी काम के चलते छुंट्टी पर चले गए। इसलिए मंगलवार को तहसील में बिन अधिकारी रजिस्ट्री नहीं हो सकी। अधिकारी को लेकर जानकारी न होने पर काफी लोग तहसील पहुंचे, जिन्हें बैरंग लौटना पड़ा।
सीट से गायब रहते कर्मचारी
तहसील में कर्मचारी मनमर्जी चला रहे हैं। अधिकारी के न होने पर वो न केवल देर से आते और जल्दी चले जाते है। बल्कि दिन भर अपनी सीट से भी गायब रहते हैं। कोई कहीं बैठता है तो कोई कहीं। काम को लेकर लोग उन्हें ढूंढते रहते हैं। मंगलवार को भी अधिकारी के न होने पर आपरेटरों से लेकर अन्य कर्मचारी कुर्सी से गायब दिखे।
हस्ताक्षर करने स मना किया
भापरा निवासी राजेश ने बताया कि बेटे का कॉलेज में दाखिला कराना है। इसको लेकर आय प्रमाणपत्र बनवाना है। पार्षद व पटवारी से तस्दीक करा दी है। अधिकारी के हस्ताक्षर से पहले क्लर्क के भी हस्ताक्षर कराने पड़ते है। आज आया तो उसने अधिकारी के न होने की बात बोल हस्ताक्षर करने से मना कर दिया।
दोबारा चक्का लगाना पड़ेगा
चुलकाना निवासी रणबीर सिंह ने बताया कि बेटे का जाति प्रमाण पत्र बनवाना है। फाइल पर क्लर्क के हस्ताक्षर कराने थे। लेकिन उसने अधिकारी बगैर मेरे हस्ताक्षर का क्या फायदा कहकर चलता कर दिया। यदि वो कर देता तो ऑनलाइन अप्लाई कर देते। अब दोबारा से चक्कर लगाना पड़ेगा।
अधिकारी के कहने पर करूंगा --
कर्मचारी कृष्ण कुमार ने कहा कि पहले बापौली नायब तहसीलदार के पास चार्ज था। उन्होंने हस्ताक्षर करने की अथॉरिटी दी हुई थी। अब स्थायी नायब तहसीलदार ने पदभार संभाल लिया है। वो अथॉरिटी देंगे तो उसके बाद ही फाइलों पर हस्ताक्षर कर सकूंगा।