School Open in Haryana: लंबे समय के बाद पहली से 12वीं कक्षा के बच्चों का स्कूल में होगा आना, इन गाइडलाइन करना होगा पालन
हरियाणा में कोरोना काल के बाद पहली से तीसरी कक्षा के बच्चे भी स्कूल जा सकेंगे। राजकीय स्कूलों में पहली से तीसरी कक्षा में 28406 से अधिक विद्यार्थी हैं। इनमें जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या ज्यादा है वहां केवल 50 फीसद विद्यार्थियों को ही बुलाया जाएगा।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। हरियाणा में कोरोना काल के बाद पहली से तीसरी कक्षा के बच्चे भी स्कूल जा सकेंगे। गत सप्ताह ही शिक्षा विभाग ने सभी राजकीय व प्राइवेट स्कूलों में पहली से तीसरी कक्षाओं को लगाने की अनुमति दी थी। करीब डेढ़ साल बाद यह दिन आया है जब पहली से 12वीं तक सभी कक्षाएं एक साथ लगेंगी। महामारी के चलते बच्चों को कम संख्या में बुलाया जा रहा था। जिसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा था। स्कूल आने वाले बच्चों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा। स्कूल आने वाले विद्यार्थियों को चेहरे पर मास्क लगाकर रखना होगा।
28400 से अधिक बच्चे तीन कक्षा में
राजकीय स्कूलों में पहली से तीसरी कक्षा में 28406 से अधिक विद्यार्थी हैं। इनमें जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या ज्यादा है वहां केवल 50 फीसद विद्यार्थियों को ही बुलाया जाएगा। यानि आधे बच्चे पहले दिन व बाकी दूसरे दिन बुलाए जाएंगे। स्कूल आने वाले विद्यार्थियों को पहले की तरह अपने माता-पिता से लिखित अनुमति लेकर आनी होगी। माता-पिता को बुक में लिख कर देना होगा कि उन्हें बच्चों को स्कूल भेजने से कोई एतराज नहीं है। वह अपनी मर्जी से बच्चे को स्कूल भेज रहे हैं। स्कूलों का समय सुबह नौ से दोपहर 12 बजे रहेगा। हालांकि स्टाफ को दोपहर डेढ़ बजे तक स्कूल में ही रहना होगा।
सभी कक्षाएं लगने से लौटेगी रौनक
पहली से 12वीं तक कक्षाएं लगने से स्कूलों में लंबे समय बाद रौनक पूरी तरह से लौटेगी। गत वर्ष मार्च माह में ही स्कूलों को काेरोना महामारी के चलते बंद कर दिया गया था। अब महामारी का असर इतना ज्यादा नहीं है। इसलिए शिक्षा विभाग ने पहले नौवीं से 12वीं कक्षा और इसके बाद छठी से आठवीं तक के स्कूलों को खोलने की अनुमति दी थी। इसके बाद चौथी से पांचवी तक के स्कूलों को खोला गया। अब पहली से तीसरी से पांचवी कक्षा के बच्चे भी स्कूल आ जाएंगे। प्राइवेट स्कूल संचालकों ने भी तैयारी कर ली है। स्कूलों ने बच्चों के बनाए गए वाट्सएप ग्रुपों पर बसों का रूट प्लान शेयर किया।
आनलाइन पढ़ाई भी रहेगी जारी : रामदिया गागट
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी रामदिया गागट का कहना है कि बच्चे को स्कूल में भेजना माता-पिता की अनुमति पर निर्भर है। जो बच्चे स्कूल में नहीं आएंगे उन्हें पहले की तरह घर पर ही आनलाइन पढ़ाई करवाई जाएगी। स्कूल में आने वाले बच्चों को अपना लंच बाक्स, पानी की बाेतल साथ लानी होगी। लंच व पानी किसी के साथ शेयर करने की अनुमति नहीं होगी।