अकाउंटेंट और बैंक इलेक्ट्रिशियन कोरोना पॉजिटिव, एक सब्जी तो दूसरा चाय वाले से संक्रमित
बैंक इलेक्ट्रिशियन चाय की स्टॉल लगाने वाले कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आकर हुआ संक्रमित। कंपनी का अकाउंटेंट गुरुग्राम में सब्जी लेने के दौरान हुआ संक्रमित।
पानीपत/जींद , जेएनएन। जींद में कोरोना पॉजिटिव मिलने का सिलसिला जारी है। वीरवार को गांव लिजवाना कलां का 38 वर्षीय बैंक का इलेक्टिशियन व आर्य उपनगर नरवाना निवासी निजी कंपनी का अकाउंटेंट की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बैंक इलेक्टिशियन रोहतक में चाय स्टॉल लगाने वाले कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आकर संक्रमति हुआ। जबकि आर्य उपनगर का 38 वर्षीय युवक गुरुग्राम में प्राइवेट कंपनी में अकाउंटेंट है। कोरोना पॉजिटिव मिलने का पता चलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके आवास पर पहुंची और उनको पीजीआई रोहतक में दाखिल किया गया और उनके परिवार व उनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल लिए है। जिला प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव के जिस गली में मकान हैं उनको सील कर दिया और उनके परिवार व संपर्क में आए हुए लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है।
चाय वाले से हुआ संक्रमित
केस नंबर : 1 - गांव लिजवाना कलां का युवक रोहतक रोहतक एसबीआई में इलेक्टिशियन कार्यरत है और वह बैंक के जनरेटर और एसी की रिपेयर के ठेके भी लेते हैं। वह बैंक के बाहर लगने वाली चाय की स्टॉल पर बैठता था। पिछले दिनों चाय की स्टॉल लगाने वाले व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। चाय वाले के संपर्क में आने के चलते इलेक्टिशियन का दो मई को सैंपल लिया था और वीरवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। इलेक्टिशियन गांव के ही एक युवक के साथ प्रतिदिन रोहतक से आता जाता था और इस दौरान उसके संपर्क में बाइक पर सवार युवक व परिवार के लोग आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसके परिवार व संपर्क में आए आठ लोगों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जुलाना में सैंपल लिया है।
सब्जी लेने के दौरान हुआ संक्रमित
केस नंबर दो : नरवाना के आर्य उपनगर कॉलोनी निवासी 38 वर्षीय गुरुग्राम में प्राइवेट कंपनी में अकाउंटेंट कार्यरत था। तीन माह से गुरूग्राम में कमरे पर ही रह रहा था। लॉकडाउन में गुरूग्राम को अनलॉक करने के बाद वह दो जून को बाइक पर नरवाना पहुंचा था और आते ही उसने नागरिक अस्पताल में कोरोना टेस्ट का सैंपल दिया था। जिसके बाद चिकित्सकों द्वारा एतिहायित के तौर पर अलग कमरे में रहने की हिदायत दी थी। कोरोना पॉजिटिव युवक ने बताया कि गुरूग्राम में लॉकडाउन के चलते कंपनी द्वारा स्टाफ को कार्यालय में आने की मनाही की गई थी। जिसके बाद कंपनी द्वारा घर पर ही कामकाज करने को कहा गया था। वह वहां किराये के मकान पर रहता था और वह लॉकडाउन के दौरान तीन महीने कमरे पर ही रहा, लेकिन इस दौरान वह सब्जी खरीदने जरूर गया था। शायद सब्जी से ही कोरोना वायरस आ गया होगा।
नौ लोगों की सैंपल रिपोर्ट आई नेगेटिव
पौली गांव के ग्रामीणों के लिए राहत भरी खबर आई है। पौली गांव में दो जून को कोरोना पॉजिटिव आए युवक के संपर्क में आए लोगों के स्वास्थ्य विभाग 9 लोगों के सैंपल लिए थे। सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद पौली गांव के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। हालांकि पॉजिटिव पाए गए युवक का रोहतक पीजीआई में ईलाज चल रहा है।
अकाउंटेंट की मां और मौसी लगी रोने
आर्य उपनगर में युवक के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन द्वारा उसके घर का दरवाजा खुलवाया। जिसके बाद उसकी मौसी ने दरवाजा खोला और उसको स्थिति से अवगत करवाया, तो वह रोने लगी। ड्यूटी मजिस्ट्रेट बलराज चौहान और एसएचओ मनीष कुमार ने बुजुर्ग महिला को समझाया तो वह चुप हुई। यही नहीं जब उस युवक को स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने साथ ले जाने लगी, तो उसकी मां, मौसी और पत्नी के आंखों में आंसू आ गए। लेकिन युवक ने कहा कि वह स्वस्थ है और वह जल्द ही लौट आएगा।
कोरोना पॉजिटिव को देखने के लिए उमड़ी भीड़
स्वास्थ्य विभाग द्वारा एंबुलेंस को उस व्यक्ति की गली में नहीं ले जाया गया था, बल्कि बाजार की मुख्य सड़क पर ही खड़ा कर दिया गया था। एंबुलेंस के सड़क पर खड़ा कर देने से कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जिससे शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ती दिखाई दी। हर कोई व्यक्ति अपने मोबाइल से वीडियो बनाने लगा। प्रशासन ने भी व्यक्ति को ले जाने से पहले भीड़ को हटाना मुनासिब नहीं समझा।