ये कैसा इंसाफ, आढ़ती ने हैफेड डीएम से तंग आकर दी थी जान, पंचकूला हुआ तबादला, कार्रवाई नहीं
पांच अक्टूबर को आढ़ती एवं राइस मिलर मदन लाल जिंदल उर्फ बबली ने आढ़त की दुकान में फंदा लगाकर जान दे दी थी। अब पानीपत से पंचकूला हैफेड डीएम का तबादला हो गया। एक माह में भी पुलिस ने की सकी पूछताछ।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। आढ़ती एवं राइस मिलर मदन लाल जिंदल उर्फ बबली की मौत को एक माह हो चुका है, लेकिन चौकी-5 पुलिस अंबाला रहे हैफेड डीएम विकास देशवाल से पूछताछ नहीं कर सकी, जबकि आढ़ती की मौत के बाद आनन-फानन में विभाग ने डीएम का तबादला अंबाला से पानीपत कर दिया था। लेकिन वहां भी पुलिस दो से तीन बार गई, मगर डीएम नहीं मिला।
अब पानीपत से भी डीएम विकास देशवाल का तबादला पंचकूला कर दिया गया है। गौरतलब है पांच अक्टूबर को आढ़ती मदन लाल जिंदल ने डीएम से परेशान होकर दो पेज का सुसाइड नोट लिख नई अनाज मंडी आढ़त की दुकान में पंखे की कुंडी से रस्सी का फंदा लगाकर जान दे दी थी। इस सुसाइड नोट में जिंदल ने डीएम को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था।
इसलिए लगाया था फंदा
दरअसल मृतक मदन लाल जिंदल के बेटे रोहित जिंदल ने पुलिस को बयान दिए थे। वह इस सीजन में राइस मिलर को चलाना था। इसके लिए हैफेड से मंजूरी मिलनी थी। पिता मदन लाल मिल को लेकर सारी औपचारिकताएं भी पूरी कर दी थी। इसके बाद भी डीएम विकास देशवाल उन्हें बेवजह परेशान कर दस लाख रुपए की मांग कर रहे थे। इससे उसके पिता काफी परेशान रहने लगे। इसके बारे में उन्होंने कई बार परिवार के अंदर जिक्र भी किया था। आरोप है मिल की फाइल को लेकर कई बार पिता मदन लाल हैफेड डीएम के कार्यालय में भी गए थे, इसके बाद भी विकास देशवाल ने उनकी एक नहीं सुनी और मदन लाल ने परेशान होने के बाद फंदा लगाकर जान दे दी।