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एक पिता की पुकार, बेटे को जिंदा या मुर्दा ला दो, चेहरा तो देख लूं

13 दिन पहले पुराने किरायेदारों ने शास्त्री कॉलोनी निवासी सलीम के बेटे शादाब की हत्या कर दी थी। पुलिस ने दोलोगों को गिरफ्तार किया था। अब तक नहर से पुलिस शव नहीं खोज पाई है।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 10:48 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 10:53 AM (IST)
एक पिता की पुकार, बेटे को जिंदा या मुर्दा ला दो, चेहरा तो देख लूं
एक पिता की पुकार, बेटे को जिंदा या मुर्दा ला दो, चेहरा तो देख लूं

पानीपत, जेएनएन। मेरे बेटे को जिंदा या मुर्दा ला दो। कम से कम उसका चेहरा तो आखिरी बार देख लूं। पता नहीं मेरे बेटे को मारकर नहर में फेंका या कहीं और....। ऐसा कहते हैं शादाब के पिता सलीम फफक कर रो पड़े। शास्त्री कॉलोनी निवासी शादाब की 13 दिन पहले हत्या कर दी गई थी। उसके पुराने किरायेदारों ने फैक्टरी में बेरहमी से उसकी हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया था। अभी तक शव न मिलने से शादाब के पिता सलीम ने प्रेस वार्ता करके पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए।

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शास्त्री कॉलोनी के सलीम अहमद ने कहा कि 13 दिन से सुबह से लेकर शाम तक बेटे शादाब की तलाश में नहर पर घूमता रहता हूं। पुलिस ने अभी तक नहर का पानी कम नहीं कराया है। 24 घंटे में पुलिस बेटे को जिंदा या मुर्दा ढूंढ़ कर लाए। फरार हत्या आरोपित उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के संजय और अन्य दो आरोपितों को भी पुलिस गिरफ्तार करे।   

एसपी से मिलेंगे और सड़कों पर उतरेंगे
मीडिया सेंटर में प्रेसवार्ता करते हुए सलीम ने आरोप लगाया कि किशनपुरा चौकी पुलिसकर्मी बार-बार कहते रहे कि बेटे के अपहरणकार्ताओं के साथ फोन पर लंबी बात करें। पुलिस जितनी मुश्तैदी अब नहर में बेटे की तलाश में दिखा रही है उतनी पहले दिखाती तो उसके बेटे की जान बच जाती। 

बार-बार आरोपित बदल रहे बयान
उसे शक है कि बदमाशों ने उसके बेटे के शव का नहर में न डालकर कहीं और डाला हो सकता है। क्योंकि गिरफ्तार बदमाश सलमान व गौरव उससे बार-बार कह रहे थे कि उन्हें पुलिस की चंगुल से छुड़ा दे तो वे उसके बेटे को ढूंढ देंगे। सलीम ने कहा कि फैक्ट्री में पड़े खून को कैसे मान ले कि ये बेटा शादब का है। क्योंकि पुलिस ने अभी तक डीएनए जांच भी नहीं कराया है। इस मौके पर सामाजिक न्याय मंच के प्रधान नरेंद्र जेसिया ने कहा कि पुलिस शादाब को ढूंढने में कोताही बरत रही है। इसे सहन नहीं किया जाएगा। 

कोई मेरे बेटे को लाकर दे दें 
शादाब की मां बिलकिश ने कहा कि सलमान को वह बेटा मानती थी। उसी ने विश्वास तोड़ा हैं और उसके बेटे का कत्ल कर दिया है। बेटे की मौत से घर का चिराग बुझ गया है। वे बार-बार विलाप करते हुए लोगों से कह रही थी कि उसके बेटे को ढूंढकर ला दें। शादाब की पत्नी गुलशन भी विलाप कर रही थी। 

यह है मामला 
महराणा स्थित विजय फैक्ट्री में रहने वाले संजय ने आठ फरवरी को कॉल करके शादाब को नहर पर पुरानी बाइक बेचने का झांसा देकर बुलाया। इसके बाद संजय और उसका साथी सलमान नहर से शादाब को फैक्ट्री ले गए। वहां पर पहले से उनका साथी गौरव था। तीनों आरोपितों ने शादाब की हत्या कर शव नहर में फेंक दिया। परिजनों से पांच लाख रुपये की फिरौती भी मांग ली। पुलिस ने आरोपित गौरव व सलमान को काबू कर लिया। सलमान और गौरव पहले शादाब के किरायेदार थे। 

वारदात में इस्तेमाल हथौड़े को जलाया
एसपी सुमित कुमार ने कहा कि शादाब की हत्या जिस हथौड़े से की गई थी आरोपितों ने उसे जला दिया था। इससे हथौड़े का हत्था जल गया था। शादाब को ढूंढने में पुलिस ने कोई कोताही नहीं की है। नहरी विभाग के एक्सईएन को पत्र लिखकर नहर का पानी कम करने का कहा गया है। पहाड़ों से पानी ज्यादा आने के कारण नहर का पानी कम नहीं हो रहा है। फरार आरोपित को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 


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