डेरे का मालिक बनने का सपना दिखा सरपंच पति को ठगा, इस तरह पर्दाफाश Panipat News
डेरा नाम कराने को लेकर आरोपित ने सरपंच पति से करीब 51 लाख रुपये ठग लिए। वहीं आरोपित रुपये को दोगुना वापस करने का भी झांसा देता रहा।
पानीपत, जेएनएन। कैत गांव के सरपंच पति को डेरा नाम कराकर दोगुने पैसे देने का लालच देकर उत्तर प्रदेश शाहजहांपुर के मंदिर संचालक ने 50.94 लाख रुपये की ठगी कर ली। बेटी की शादी के दौरान भी आरोपित ने सरपंच पति को रुपये नहीं लौटाए तो उसे ठगी का अहसास हुआ। 2 जून को मामले की शिकायत एसपी सुमित कुमार को दी। डेढ़ महीने हुई जांच के बाद पुलिस ने आरोपित और उसके साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
कैत गांव के सरपंच पति सुभाष चंद्र ने बताया कि उनका गांव में जमींदारा है। जनवरी 2016 में उसकी मुलाकात कोहंड के सोहन से हुई। इसके बाद वह उप्र के शाहजहांपुर के एक मंदिर में भी सोहन से मिला। सोहन ने मंदिर उसका होने की बात कही। कुछ समय बाद सोहन ने उससे दोबारा संपर्क किया। उनके डेरे के बाबा का देहांत होने का दावा कर डेरा उसके नाम होने की बात कही। इस काम की एवज में डेढ़ करोड़ रुपये की जरूरत बताई। उससे एक तिहाई हिस्से की आर्थिक मदद मांगी और इसकी एवज में दोगुने रुपये लौटाने का झांसा दिया।
आरोपित की झांसे में आकर सरपंच पति सुभाष चंद्र ने सोहन, उसके बेटों विक्की, भूषण और कोहंड के सतपाल को जून 2016 से अप्रैल 2019 तक 50.94 लाख रुपये नकद दे दिए। वहीं आरोपित उसे पहले दिन से ही दोगुने रुपये लौटाने का दावा करते रहे। थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।