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केस वापस लेने के लिए 10 लाख में बात तय हुई, पहली किस्त लेने पहुंचा, गिरफ्तार Panipat News

एससी-एसटी एक्ट का केस वापस लेने के लिए पीडि़त परिवार से 50 लाख मांगे थे। 10 लाख में बात तय हुई और जब दो लाख की पहली किस्त लेने पहुंचे तो उसे गिरफ्तार कर लिया।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 12:28 PM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 12:29 PM (IST)
केस वापस लेने के लिए 10 लाख में बात तय हुई, पहली किस्त लेने पहुंचा, गिरफ्तार Panipat News
केस वापस लेने के लिए 10 लाख में बात तय हुई, पहली किस्त लेने पहुंचा, गिरफ्तार Panipat News

पानीपत, जेएनएन। दुष्कर्म के केस में फंसाकर ब्लैकमेल करने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं, लेकिन यहां के एक युवक ने अनुसूचित जाति उत्पीडऩ निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कराकर एक परिवार को ब्लैकमेल करने का प्रयास किया। पीडि़त परिवार ने जानकारी पुलिस को दे दी और ब्लैकमेल करने वाला दो लाख रुपये लेते पकड़ लिया गया। 

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अभियुक्त शहर के विराट नगर का रहने वाला है। उसका नाम अंकुश है। अंकुश ने मॉडल टाउन में रहने वाले कारोबारी अमित कुमार के बेटों वंश और लक्ष्य के खिलाफ मॉडल टाउन थाने में 7 नवंबर को केस दर्ज कराया था। शिकायत में उसने कहा था कि वंश और लक्ष्य ने उससे फोन पर गाली-गलौज की, जातिसूचक शब्द कहे और मारने की धमकी दी। उसकी शिकायत पर पुलिस ने दोनों भाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। 

रुपये नहीं देने पर पिता को भी फंसाने की धमकी

इसके बाद उसने वंश और लक्ष्य से कहा कि वह 50 लाख रुपये दे दे तो केस वापस ले लेगा और नहीं दिए तो उसके पिता को फंसा देगा। इससे डरकर दोनों ने एक अन्य युवक विक्रांत भाटिया के माध्यम से अंकुश से बात की। उनके पिता अमित भी विक्रांत के घर अंकुश से मिले। केस वापस लेने की एवज में अंकुश ने 50 लाख रुपये मांगे। इसपर अमित ने असमर्थता जताई। बाद में 10 लाख पर बात तय हुई। 

पांच किस्तों में देने पर बनी सहमति

अमित ने रकम पांच किस्तों में देने की बात कही, जो अंकुश ने मान ली। उधर, अमित ने मॉडल टाउन थाने की पुलिस को इसकी जानकारी दी। बुधवार को अमित ने अंकुश को पहली किस्त के दो लाख रुपये देने के लिए विक्रांत के घर बुलाया। मॉडल टाउन थाना प्रभारी सुनील पुलिस टीम के साथ वहां पहले से ही जाकर एक कमरे में बैठ गए। अमित के दिये जाने वाले नोटों की पहचान भी कर ली गई। अमित ने जैसे ही अंकुश को रुपये दिए तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। 

पर्ची लिखकर मांगता था रकम

अमित का कहना है कि अंकुश उसके बेटों से पर्ची लिखकर रकम मांगता था, उसे दिखाकर फिर जला देता था, लेकिन एक पर्ची उसने (अमित) ने फोन के कैमरे में रिकार्ड कर ली थी। उसे भी पुलिस को सौंप दिया है।


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