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सर्विस लेन किनारे से उखाड़ी 41 हजार 500 टाइल गायब, कमेटी जांच में हुआ खुलासा

जागरण संवाददाता समालखा सर्विस लेन किनारे से उखाड़ी गई इंटरलॉकिग टाइलों में से 41 हजार

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 07:54 AM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 07:54 AM (IST)
सर्विस लेन किनारे से उखाड़ी 41 हजार 500 टाइल गायब, कमेटी जांच में हुआ खुलासा
सर्विस लेन किनारे से उखाड़ी 41 हजार 500 टाइल गायब, कमेटी जांच में हुआ खुलासा

जागरण संवाददाता, समालखा : सर्विस लेन किनारे से उखाड़ी गई इंटरलॉकिग टाइलों में से 41 हजार 500 टाइलें गायब हो गई है। ये खुलासा एसडीएम द्वारा बनाई गई कमेटी की जांच रिपोर्ट से हुआ है। कमेटी ने करीब एक माह पहले एसडीएम कार्यालय में रिपोर्ट सौंप दी थी। मामला अभी ठंडे बस्ते में है। वहीं शिकायतकर्ता पीपी कपूर व नपा वाइस चेयरमैन सुनील शर्मा ने कमेटी पर जांच के नाम पर लीपापोती का आरोप लगाया है।

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कपूर व नपा वाइस चेयरमैन ने की थी शिकायत

आरटीआइ कार्यकर्ता पीपी कपूर ने 22 नवंबर को डीसी व 25 नवंबर 2019 को एसडीएम समालखा शिकायत भेज कस्बे में दोनों तरफ की सर्विस लेन किनारे लगी टाइल उखाड़े जाने के मामले में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। साथ ही नपा के वाइस चेयरमैन सुनील शर्मा ने भी एसडीएम को शिकायत दी थी।

शिकायत पर कमेटी गठित

तत्कालीन एसडीएम साहिल गुप्ता ने शिकायत के बाद मामले की जांच एसडीओ पीडब्लूडी व एसडीओ पंचायती राज को सौंपी। उन्होंने जेई कुलबीर व जेई कर्मबीर से सर्विस लेन से टाइल उखाड़ने और दूसरी जगह लगाने की पैमाइश कराई। कमेटी ने करीब छह माह बाद 10 जून 2020 को एसडीएम कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी। कमेटी ने 41 हजार 530 टाइल कम बताई है। जांच टीम मौका निरीक्षण के बावजूद भी ये पता नहीं कर पाई की टाइलों के नीचे डाला गया रोडा और मिंट्टी उठवाया गया है या नहीं। जबकि शिकायतकर्ता की ओर से रोडा और मिंट्टी उठावकर बेचने का आरोप लगाया गया है।

पानीपत से दिल्ली लेन

कुल एरिया में लगी टाइल -4226 स्कवायर मीटर

उखाड़ने के बाद दूसरी जगह कुल एरिया में लगाई गई -3872 स्कवायर मीटर

-यानि लगभग 91 प्रतिशत एरिया की टाइल दोबारा से लगाई गई हैं। जो संतोषजनक है। इसलिए टाइलों की कोई कमी नहीं है।

दिल्ली से पानीपत लेन

कुल एरिया में लगी टाइल -2374.50 स्कवायर मीटर उखाड़ने के बाद दूसरी जगह कुल एरिया में लगाई गई -950.49 स्कवायर मीटर कुल उखाड़ी गई टाइल -83107 विभाग के नियम के हिसाब से 10 फीसद खराब निकली-8310 कुल बची -74797 दूसरी जगह बिछाई गई -33267 कुल टाइल कम हुई -41530

जांच में की गई लीपापोत

शिकायतकर्ता पीपी कपूर ने कहा कि जांच में कोई भी चीज स्पष्ट नहीं है। न तो ये बताया गया है कि उखाड़ने के बाद टाइलें लगी कहां पर है। न ही ये पता चला की नीचे डाला गया रोडा और मिंट्टी उठाया गया है या नहीं। ये एक तरह से जांच के नाम पर लीपापोती की गई है। कपूर ने कहा कि मामले में दोषी लोगों के खिलाफ अपराधिक केस दर्ज कराया जाए। कपूर ने बताया कि एसडीएम की तरफ से उन्हें बुलाया गया। लेकिन अभी तक कार्रवाई का परिणाम शून्य ही है।

इमरजेंसी दिखा उखाड़ी गई थी टाइल

वर्ष 2014 में नगरपालिका की तरफ से पानीपत से दिल्ली और दिल्ली से पानीपत सर्विस लेन के किनारे करोड़ों रुपये की लागत से इंटरलॉकिग टाइलें लगानी शुरु हुई थी। साल भर पहले इमरजेंसी के तहत उक्त टाइलें उखाडऩे के आदेश जारी कर दिये गये। जबकि कूपर का आरोप है कि आज तक हाइवे की तरफ से आज तक नपा के पास कोई पत्र नहीं आया है।

दस लाख का दिया था टेंडर

नपा की तरफ से दस लाख का टेंडर दिया गया था। इसमें पांच लाख रुपये का टाइल उखाडऩे और पांच लाख रुपये का टाइल उठाने को लेकर था। लेकिन हजारों टाइल सहीं जगह लगने की बजाय खुर्द बुर्द कर दी गई।

कार्रवाई का अधिकार एसडीएम को

नपा सचिव राकेश कादियान का कहना है कि जांच कमेटी एसडीएम साहब द्वारा गठित की गई थी। कमेटी ने उन्हें ही जांच रिपोर्ट सौंपी। पिछले दिनों गली से टाइल चोरी का मामला हमारे पास आया था। मेरे साथ दु‌र्व्यवहार तक किया गया। तभी हमने एसडीएम, डीसी साहब को कार्रवाई के लिए लिख दिया था।


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