Newborn care week 2021: नवजात शिशु की ऐसे करें देखभाल, आपके लिए ये बातें जानना बेहद जरूरी
Newborn care week 2021 देशभर में नवजात शिशु देखभाल सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान माताओं को नवजात शिशु की देखभाल कैसे रखनी है इस बारे में बताया जाता है। हर साल 15 से 21 नवंबर को ये सप्ताह मनाया जाता है। पढ़े ये रिपोर्ट
पानीपत, जागरण संवाददाता। Newborn care week 2021: देशभर में नवजात शिशु देखभाल सप्ताह मनाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य शिशु मृत्यु दर को कम करना है। सेफ्टी, क्वालिटी एंड न्यूट्रिंग केयर बर्थ राइट आफ एवरी न्यू बोर्न। इसी थीम पर नवजात शिशु देखभाल सप्ताह मनाया जा रहा है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के प्रोग्राम के तहत इस दौरान शून्य से 28 दिनों तक के नवजातों का स्वास्थ्य जांचा गया।
विशेषज्ञों ने दी जानकारी
राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम (RBSK) टीम ने सिविल अस्पताल स्थित स्पेशन न्यू बोर्न चाइल्ड केयर यूनिट (SNCU) में भर्ती बच्चों के स्वास्थ्य की जांच शुरू कर दी है। आरबीएसके के जिला नोडल अधिकारी डा. ललित वर्मा ने बताया कि आप्टोमेट्रिस्ट (प्राथमिक नेत्र जांच विशेषज्ञ) कृष्ण कुमार ने नवजातों की आंखों की जांच की और आडियोलाजिस्ट (श्रवण विज्ञानी) अश्वनी कुमार ने कानों की जांच करते हुए, नर्सिंग स्टाफ और वहां मौजूद बच्चों की माताओं को देखभाल के टिप्स भी दिए। उन्होंने बताया कि विशेष सप्ताह के तहत नवजात शिशु की देखभाल, बच्चों-माताओं को सही पोषण, रोग व उनसे बचाव के लिए टीकाकरण की जानकारी दी जा रही है।
विशेष देखभाल की जरूरत
माताओं को बताया जा रहा है कि नवजात शिशु को पहले 24 घंटे में और 28 दिनों तक विशेष देखभाल की जरूरत होती है। स्तनपान के प्रति जच्चा को प्रेरित किया जा रहा है। आशा वर्कर्स भी घरों में दस्तक देकर शिशु के स्वास्थ्य की रिपोर्ट बना रही हैं।
डा. ललित वर्मा।
महानिदेशक ने किया था शुभारंभ
डा. ललित वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह का शुभारंभ महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा डा. वीना सिंह ने पंचकूला में किया था। हरियाणा में शिशु मृत्यु दर इस समय 30 प्रति 1000 है। गत वर्ष की तुलना में तीन अंक घटी है, अच्छा संकेत है।
नवजात शिशु की ऐसे करें देखभाल
-शिशु को ठंड से बचाएं।
-शिशु का कमरा प्रदूषण रहित हो।
-जच्चा-बच्चा घर से बाहर कम ही निकलें।
-छोटे बच्चों को नवजात शिशु से दूर रखें।
-स्तनपान कराते समय मां मास्क जरूर पहनें।
-शिशु को छूने से पहले अपने हाथों को धोएं।
-शिशु के कपड़े और बिस्तर गीला न रहे।
-शिशु की तबियत खराब दिखे तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं।