अनाज मंडी में 42,060 क्विटल पीआर की हो चुकी है खरीद
अनाज मंडी में पीआर धान की आवक चरम पर है। 50667 क्विटल की आवक में 42060 की खरीद हो चुकी है। 37.5 किग्रा के 69813 बैग का उठान भी हो चुका है लेकिन किसानों के खाते में पेमेंट नहीं आई है। 5 अक्टूबर को यहां पहली खरीद हुई थी। आढ़ती सहित किसान पेमेंट का इंतजार कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, समालखा : अनाज मंडी में पीआर धान की आवक चरम पर है। 50,667 क्विटल की आवक में 42060 की खरीद हो चुकी है। 37.5 किग्रा के 69,813 बैग का उठान भी हो चुका है, लेकिन किसानों के खाते में पेमेंट नहीं आई है। 5 अक्टूबर को यहां पहली खरीद हुई थी। आढ़ती सहित किसान पेमेंट का इंतजार कर रहे हैं।
पावटी के किसान राजेंद्र सिंह ने बताया कि करीब नौ दिन पहले उन्होंने डेढ़ सौ क्विटल पीआर धान बेचा था। उठान लेट से होने के कारण अभी तक पेमेंट खाते में नहीं आई है। पट्टीकल्याणा के राहुल ने बताया कि उसे भी धान बेचे एक सप्ताह हो गया है। पेमेंट नहीं आने से त्योहार के लिए दूसरे से पैसे लेने पड़े हैं। हथवाला के अंजू ने बताया कि आठ दिन पहले धान बेचा, लेकिन पैसे खाते में नहीं आए। मिलर्स के साथ लेट से हुआ समझौता
फेज दो के प्रधान मास्टर प्रेम सिंह कहते हैं कि तीन पहले उठान शुरू हुआ है। खरीद 10 दिन पहले शुरू हो गई थी। अब उठान की गति ठीक है। मिलर्स द्वारा धान उतारने के 72 घंटे बाद सरकार से पेमेंट आती है। अभी तक किसी की पेमेंट नहीं आई है। बैंक की छुट्टी भी रही है। सोमवार के बाद पेमेंट आने की संभावना है। फेज वाइज खरीद का विरोध
उन्होंने कहा कि परचेज एजेंसी एक दिन वन तो दूसरे दिन फेज टू में खरीद करती है, जो गलत है। मौसम के 17 और 18 अक्टूबर को बिगड़ने का अनुमान है। बारिश की संभावना बताई गई है। इस हाल में फसल के भीगने से किसानों को भारी नुकसान हो सकता है। एजेंसी को बगैर नमी वाले धान की दोनों फेज में एक ही दिन खरीद करनी चाहिए। वे इस बाबत साथियों के साथ हैफेड डीएम सहित एसडीएम से मिलेंगे।