Service to nation: हिंदी की प्रोफेसर हैं कैप्टन गीतू, बेटियों को मजबूत करतीं, उन्हें आगे बढ़ाती हैं
Service to nation जीएनजी कालेज में हिंदी विषय की लेक्चरर कैप्टन गीतू खन्ना भाषा का ज्ञान बांटने के साथ-साथ राष्ट्र सेवक भी तैयार कर रही है। छात्राओं को एनसीसी से जोड़कर उनके अंदर सेवा का जज्बा भरने का काम करती हैं।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। जीएनजी कालेज में हिंदी विषय की लेक्चरर कैप्टन गीतू खन्ना भाषा का ज्ञान बांटने के साथ-साथ राष्ट्र सेवक भी तैयार कर रही हैं। अधिक से अधिक छात्राओं को एनसीसी से जोड़कर उनके अंदर सेवा का जज्बा भरने का काम करती हैं। न केवल कालेज टाइम बल्कि बाद में या छुट्टी के दिन भी छात्राओं के साथ विभिन्न गतिविधियों में व्यस्त रहती हैं। इनका मकसद है कि राष्ट्र सेवा के लिए अच्छे कैडेट्स तैयार किए जाएं।
इनकी कई छात्राएं 15 अगस्त व 26 जनवरी को दिल्ली में आयोजित परेड का हिस्सा बन चुकी हैं। एक छात्रा 15 वर्ष से लगातार परेड कमांडर रही हैं। गीतू की उपलब्धियों के आधार पर दिसंबर-2010 माह में उनको कैप्टन का रैंक मिला है।
यूनिट में 54 छात्राएं, इन कार्यों के लिए कर रही प्रोत्साहित
कैप्टन गीतू खन्ना जीएनजी कालेज में एससी इंचार्ज हैं। समाज से जुड़ी हर गतिविधि में भाग लेना उनकी कार्यप्रणाली का हिस्सा है। कालेज की एक यूनिट में 54 छात्राएं शामिल हैं। यह यूनिट कालेज की एक फौज है। जैसे आफिसर की लीडरशिप में बार्डर पर सिपाही काम करता है, ठीक वैसे ही हमारे कैडेट राष्ट्र सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। इसमें बीए,बीकाम, बीएससी सहित विभिन्न कोर्सों से जुड़ी बच्चे शामिल होते हैं। इन छात्राओं में राष्ट्र सेवा कूट-कूट कर भरी है। हर गतिविधि के लिए सदैव तैयार रहती हैं।
इन गतिविधियों में ले रही भाग
कैप्टन गीतू ने बताया कि वह वर्ष-2006 से एनसीसी से जुड़ी हैं। उनकी कैडेट कैडेट्स हर क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों में भाग ले रही हैं। स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण किसानों को पराली न जलाने, पालिथीन के प्रयोग, नेत्रदान, कोरोना काल में मास्क व सैनिटाइजर के प्रयोग के प्रति विभिन्न माध्यमों से जागरूक करने का काम कर रही हैं। इसके अलावा युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक करती हैं। साथ ही शहीदी दिवस व गणतंत्रता दिवस व अन्य विशेष अवसरों पर शहीदों व महापुरुषों के प्रतिमाओं की सफाई करती हैं। ये कार्य मात्र औपचारिकता पूरी करने के लिए नहीं बल्कि भावात्मक रूप से जुड़कर किए जा रहे हैं। नेशनल कैडेट कोर तैयार करने के लिए हमारा मकसद केवल राष्ट्र की सेवा के लिए छात्राओं को तैयार करना है।