हुडा सेक्टर 11-12 में बंदरों का आतंक, सात दिनों में दो लोगों को काटा
जागरण संवाददाता पानीपत सेक्टर 11-12 में बंदरों का आतंक बना हुआ है। एक सप्ताह में दो लोगों को निशाना बनाया है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर 11-12 में बंदरों का आतंक बना हुआ है। एक सप्ताह में दो लोग जख्मी हो चुके हैं। पार्कों में आने वालों को भी बंदर काट रहे हैं। सेक्टर वासी सुरेश गुप्ता, पुरुषोत्तम मित्तल ने प्रशासन से बंदरों के आतंक से राहत दिलाने की मांग की। मकान नंबर 798 में रहने वाले सुदर्शन गोयल को बंदरों ने काटा। गोयल पार्क में बैठे थे। अचानक बंदरों ने हमला बोल दिया। इस सेक्टर में एक सप्ताह पहले मकान नंबर 782 में रहने वाले नरेंद्र बंसल को बंदरों ने काटा। इन्हें भी इंजेक्शन लगवाने पड़े।
नगर निगम हाउस की बैठक में पार्षदों बंदरों को पकड़ने का मामला उठाया था। तत्कालीन आयुक्त डा. मनोज कुमार ने बंदरों को पकड़ने के लिए टेंडर जारी किया। ठेकेदार ने एक सप्ताह तक अभियान चलाकर बंदरों को पकड़ा। 1300 रुपये एक बंदर पकड़ने के निर्धारित किया गए थे। बंदरों को पकड़ने के बाद कलेसर के जंगलों में छोड़ा गया। आयुक्त के बदलने के बाद वत्सल वशिष्ठ नए आयुक्त आए। बंदर पकड़ने वाले ठेकेदार का भुगतान नहीं हुआ। बंदर पकड़ने का अभियान छोड़ने के कारण पूरे शहर के बंदर नहीं पकड़े गए। सेक्टर 11-12 में बंदरों का आतंक बना हुआ है। बंदरों घरों में घुसकर फ्रीज तक का सामान बाहर निकाल देते है।
निगम नहीं दे रहा ध्यान
लोगों का कहना है कि नगर निगम की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बंदरों के आतंक के कारण लोगों में भय का माहौल है। घरों से निकलने में लोगों को डर लगता है। ऐसे में नगर निगम को चाहिए कि बंदरों को पकड़ने के लिए टेंडर किया जाए।