सावधान! बीड़ी की एक चिंगारी किसानों की साल भर की मेहनत कर सकती है खाक, बढ़ रहा खतरा
कुरुक्षेत्र में गेहूं के सीजन में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान होता है। फायर ब्रिगेड के पास स्टाफ कम है। कर्मचारी 12-12 घंटे ड्यूटी देते हैं। छुट्टियां भी रद कर दी गई हैं। इतना सब पर्याप्त नहीं। किसानों को भी सावधानी रखनी होगी।
कुरुक्षेत्र, जेएनएन। गेहूं सीजन में आग की घटनाएं बढ़ गई हैं। जिले भर में चार अग्निशमन केंद्रों पर उपलब्ध 18 गाड़ियों पर 79 कर्मचारियों के स्टाफ की मुस्तैदी के बावजूद आग तांडव कर रही है। 18 गाड़ियों के लिए तीन शिफ्टों में 270 कर्मचारियों की जगह 80 कर्मचारी दो शिफ्टों में 12-12 घंटे ड्यूटी दे रहे हैं। इतना ही नहीं कमी को पूरा करने के लिए कर्मचारियों की छुट्टियां तक रद कर दी गई हैं। इतना सब होने के बावजूद फायर कर्मचारियों को ओवर टाइम और रिस्क अलाउंस नहीं मिल पा रहा है।
नियमानुसार इतना स्टाफ जरूरी
नियमानुसार फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी पर चालक सहित पांच कर्मचारियों का स्टाफ होना चाहिए। फायर कर्मियों की 24 घंटों की ड्यूटी होने पर दिन भर में तीन शिफ्टों के लिए 15 कर्मचारियों की जरूरत होती है।
कई बार कर चुके हैं मांग
फायर ब्रिगेड कर्मचारी एसोसिएशन के प्रधान नेकी राम और उपप्रधान कुलविंद्र सिंह ने कहा कि वह कई बार अपनी इन मांगों को लेकर अधिकारियों को अवगत करवा चुके हैं। पिछले दिनों रिस्क अलाउंस दिए जाने को लेकर भी बात चली थी। लेकिन अभी तक उन्हें रिस्क अलाउंस भी जारी नहीं किया गया है।
अधिकारियों के पास भेजा गया है प्रस्ताव
थानेसर दमकल केंद्र अधिकारी टंकी राम ने कहा कि कर्मचारियों की कमी को लेकर विभाग की ओर से समय-समय पर उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया जाता है। इन दिनों में आग लगने की घटनाएं बढ़ने पर कर्मचारियों की ड्यूटी दो शिफ्टों में कर दी गई है। उनके पास जिला भर में 18 गाड़ियां हैं। किसी भी क्षेत्र में जरूरत पड़ने पर दूसरी जगहों से गाड़ियां भेज दी जाती हैं।
पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें