सीजीआरएफ दरबार में आई चौदह शिकायतों में से दस का मौके पर समाधान
दो का संबंधित एसडीओ को सप्ताह भर के अंदर समाधान करा रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए। दरबार सुबह दस से दोपहर तीन बजे तक चला।
जागरण संवाददाता, पानीपत : सब अर्बन सब डिवीजन के एक्सईएन कार्यालय में लगे उपभोक्ता कष्ट निवारण मंच (सीजीआरएफ) दरबार में वीरवार को 14 उपभोक्ता अपनी शिकायत लेकर पहुंचे। उनमें से 10 का मौके पर ही समाधान करा दिया गया। दो को जहां अपील में रखा गया, वहीं दो का संबंधित एसडीओ को सप्ताह भर के अंदर समाधान करा रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए। दरबार सुबह दस से दोपहर तीन बजे तक चला। जहां चेयरमैन आरके शर्मा ने उपभोक्ताओं की समस्याएं सुनी। ज्यादातर शिकायत बिल में गलती, रीडिग और ट्रांसफार्मर रखने से संबंधित रही। इस दौरान एसडीओ आदित्य कुंडू, अशोक शर्मा, संदीप कुमार व हेमंत जून भी रहे।
इससे पहले सीजीआरएफ का दरबार सेक्टर छह स्थित 33 केवी सब स्टेशन के कान्फ्रेंस हाल में लगता था। इस बार दरबार जाटल रोड पुल के पास सब अर्बन सब डिवीजन के एक्सईएन कार्यालय में लगा। जहां केवल 14 उपभोक्ता ही शिकायत लेकर पहुंचे। दरबार में इतनी कम शिकायत आने का कारण दरबार लगने की जगह का बदलना और शिकायतों को लेकर शर्ते लागू होना माना जा रहा है।
एक्सईएन से डायरी नंबर लेकर आएं
सीजीआरएफ के चेयरमैन आरके शर्मा ने बताया कि उपभोक्ता पहले अपनी शिकायत लेकर एसडीओ के पास जाएं। वहां समाधान नहीं होता है तो एक्सईएन को शिकायत दें और वहां से डायरी नंबर लगवाकर ही दरबार में आएं। उन्होंने बताया कि दरबार में कोर्ट में लंबित व बिजली चोरी संबंधित मामले की शिकायत न लेकर आएं।
23 हजार भरने के बाद भेजा 38 हजार का बिल
दत्ता कालोनी निवासी अजय ने बताया कि दो साल से उनके मीटर की रीडिग नहीं ली जा रही थी। एक बार 23 हजार का बिल भेज दिया। वो भर दिया, लेकिन अब फिर 38 हजार रुपये का बिल भेज दिया है। मीटर में 6916 रीडिग निकली है। रिकार्ड ठीक कराने के लिए चक्कर लगा रहा हूं। आज तक समाधान नहीं निकला। एमसीओ अभी तक नहीं चढ़ाया
सिठाना निवासी अधेड़ पालेराम ने बताया कि उसके मीटर का एमसीओ अभी तक नहीं चढ़ाया गया है। ऐसे में पिछले साल सातवें महीने में 6 और नौवें में 12 हजार का बिल भरा। अब 64 हजार का बिल भेज दिया। कई बार कार्यालय में जाकर पता कर लिया, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। पंचकूला से ठीक होकर आएगा
शिव नगर निवासी जगदीश चंद्र ने बताया कि वह रूटीन में हर माह बिल जमा कराते हैं। उसके बिल पर एक बार एफ टू लगाकर भेज दिया गया। निगम कार्यालय में जाकर पता किया तो अकाउटेंट ने बताया कि बिल पंचकूला से ठीक होकर आएगा। कई बार चक्कर लगाने पर भी आज तक बिल ठीक होकर नहीं आया।