कैसा निर्दयी बाप, शराब के नशे में 4 दिन की नवजात बच्ची को पैरों से दबाकर मार डाला
Haryana Yamunanagar Murder News यमुनानगर में एक बाप ने अपनी चार दिन की नवजात बेटी को पैरों से दबाकर मार डाला। बाप नशे में था और वह बेटी के पैदा होने से खुश नहीं था। इसके चलते कई बाद पत्नी से विवाद भी हुआ।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। Haryana Yamunanagar Murder News यमुनानगर में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक शराबी बाप ने नशे में अपनी चार दिन की नवजात बच्ची को पैर से दबाकर मार डाला। इसके बाद आरोपित फरार हो गया।
सदर यमुनानगर थाना क्षेत्र की रूपनगर कालोनी में पिता नीरज ने दूधमुंही बच्ची को मार डाला। सोते समय उसके ऊपर पैरों से वजन डाल दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपित फरार है। उसकी पत्नी किसी तरह से तड़के तीन बजे सदर यमुनानगर थाने में पहुुंची। जहां इस मामले की शिकायत दी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की। सदर यमुनानगर थाना प्रभारी सुभाष चंद ने बताया कि आरोपित नीरज पर हत्या का केस दर्ज किया गया। अभी वह फरार है।
2015 में हुई शादी
नीरज की शादी वर्ष 2015 में उप्र के शामली जिले के कस्बा थानाभवन निवासी वर्षा के साथ हुई थी। वर्षा ने बताया कि नीरज उसके साथ बिल्कुल खुश नहीं था। रोजाना शराब पीकर घर आता और उसके साथ मारपीट करता था। इस दौरान वह गर्भवती हो गई। उसकी एक बहन पड़ोस में ब्याही है। वह उससे ही मदद मांगती थी।
24 सितंबर को पैदा हुई थी बेटी
उसे सिविल अस्पताल में बहन ही लेकर गई थी। जहां उसे 24 सितंबर को बेटी पैदा हुई। वहां से चार दिन पहले ही वह घर आई थी। बेटी पैदा होने के बाद नीरज उसे ताने देने लगा। रात को जब नीरज आया, तो वह उसके पास ही लौटने लगा। उसे मना किया कि यहां पर बेटी है, लेकिन वह नहीं माना और वहीं पर लौट गया। उसने बच्ची के ऊपर अपनी टांग रखी और दबा दिया। किसी तरह से उसकी टांगों के बीच से बच्ची को निकाला। जब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी।
बच्चा न होने पर ताने देते थे ससुराल वाले
शादी के कई सालों बाद वर्षा को कोई बच्चा नहीं हुआ। जिस वजह से उसे ससुराल वाले प्रताडि़त करने लगे। वर्षा का कहना है कि नीरज भी शराब के नशे में घर आता था और उसके साथ मारपीट करता था। जिस वजह से कई बार शिकायतें दी गई, लेकिन पुलिस हर बार उसके ससुराल वालों को बुलाकर समझौता करा देती थी। बाद में ससुराल वालों ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया। दो बार उसका गर्भपात भी हो चुका था। बाद में उसका समझौता हुआ और वह नीरज के साथ किराये के मकान में रहने लगी। यहां पर भी नीरज उसे प्रताडि़त करता था।
बहन से करते थे रुपयों की मांग
रात को ही वर्षा ने अपनी बहन रितू को बुलाया। रितू ने बताया कि बच्ची की छठी करनी थी। इसके लिए मां सामान लेकर आई हुई थी। उसे रात को अपने पास रोक लिया था, क्योंकि नीरज उनके साथ भी दुव्र्यवहार करता था। तड़के वर्षा का कॉल आया, तो उसे पता लगा। वह अक्सर वर्षा पर मायके से रुपये लाने का दबाव बनाता था। जिस समय वर्षा गर्भवती हुई, तो उसने कोई खर्च नहीं दिया। अब बेटी होने पर वह बार-बार यही कहता था कि वह दोनों का बोझ नहीं उठा सकता।
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