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UPSC Civil Services Final Result 2019: 14 लाख का पैकेज छोड़ प्रशासनिक सेवा में आई थी महक, अब यूपीएससी में 393वां रैंक

UPSC Civil Services Final Result 2019 कुरुक्षेत्र की प्रिंसिपल की एचसीएस बेटी ने यूपीएसपी में 393वां रैंक हासिल किया है। एचसीएस में भी सेल्फ स्टडी से मुकाम हासिल किया था।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 02:55 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 03:43 PM (IST)
UPSC Civil Services Final Result 2019: 14 लाख का पैकेज छोड़ प्रशासनिक सेवा में आई थी महक, अब यूपीएससी में 393वां रैंक
UPSC Civil Services Final Result 2019: 14 लाख का पैकेज छोड़ प्रशासनिक सेवा में आई थी महक, अब यूपीएससी में 393वां रैंक

पानीपत/कुरुक्षेत्र, [जगमहेंद्र सरोहा]। कुरुक्षेत्र के थानेसर भीम कालोनी की महक स्वामी ने यूपीएससी में 393वां रैंक हासिल किया है। महक स्वामी ने पिछली बार एचसीएस की परीक्षा पास की थी। वह अब यमुनानगर में ट्रेनिंग पर हैं। उनके पिता दया सिंह राजकीय सीसे स्कूल धूलगढ़ गुलडेहरा में प्रिंसिपल और मां स्नेहलता गृहणी हैं। 

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महक दीवान ने बताया कि उसको यूपीएससी में 393वां रैंक मिलने पर खुशी है। उसका गोल यूपीएससी था। पिछली बार एचसीएस की परीक्षा पास की थी। उसने घर पर रहकर आठ से नौ घंटे तक पढ़ाई की। अब एचसीएस की ट्रेनिंग के दौरान भी उसने यूपीएससी की तैयारी जारी रखी। वह अपने माता-पिता का सपना साकार करने में सफल रही है। पिता दया सिंह ने बताया कि उसने अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान रखा और उनको समय-समय पर प्रोत्साहित किया। बेटी महक ने आज उनका नाम ऊंचा किया है। 

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियरिंग करने के बाद कुरुक्षेत्र की महक ने 14 लाख का पैकेज छोड़कर हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (एचपीएससी) की परीक्षा पास की। महक ने यह कामयाबी भी सेल्फ स्टडी से हासिल की है। महक ने किसी भी कक्षा के परिणाम में दूसरा स्थान हासिल नहीं किया। हमेशा पहले स्थान पर रही है। महक ने 2016 में एक सॉफ्टवेयर कंपनी से नौकरी छोड़ दी और घर बैठकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की। अपने सपनों को परवान चढ़ाने के लिए महक ने दोस्तों और रिश्तेदारों से दूरी बनाते हुए अपनी पढ़ाई पर फोक्स किया। इस काम में महक के परिवार ने पूरा सहयोग किया। 

पिता ने नौकरी छोड़ने की एक झटके में भरी हामी 

महक के पिता दया सिंह स्वामी ने बताया कि उन्हें विश्वास था की उनकी बेटी जरूर बड़ा नाम करेगी। उन्होंने 14 लाख रुपये का पैकेज छोड़कर यूपीएससी की तैयारी करने की बात कही तो उन्होंने एक सेकेंड में हामी भर दी थी। 

गीता स्कूल में स्कूली और निट में बीटेक की

महक की शुरुआती पढ़ाई गीता निकेतन आवासीय विद्यालय से हुई है। इसके बाद कुरुक्षेत्र के राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (निट) से बीटेक की। वह यहां पर सिलेक्ट होने के बाद गुरुग्राम की एक कंपनी में 14 लाख रुपये के पैकेज पर चली गई और उन्होंने तीन साल नौकरी भी की। उसने आॅनलाइन नोट और यूट्यूब से कई तरह के मोटिवेशनल लेक्चर सुनकर खुद को तैयार किया। 


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