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जींद में इमाम की निशानदेही पर कब्र खोद निकाले दो बच्चों के कंकाल

जींद में पांच बच्‍चों की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। इमाम की ‍निशानदेही पर कब्र खोद कर दो बच्‍चों के कंकाल निकाले गए। रोहतक पीजीआइ में कंकालों की जांच होगी।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 06:05 PM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 06:05 PM (IST)
जींद में इमाम की निशानदेही पर कब्र खोद निकाले दो बच्चों के कंकाल
जींद में इमाम की निशानदेही पर कब्र खोद निकाले दो बच्चों के कंकाल

पानीपत/जींद, जेएनएन। जींद के गांव डिडवाड़ा में पांच बच्चों के हत्यारे पिता जुम्माद्दीन द्वारा हत्या करके कब्रिस्तान में दफनाए गए दो बच्चों के कंकाल इमाम की निशानदेही पर शुक्रवार को कब्रों से निकाले गए। अब रोहतक पीजीआइ में डाक्टरों के बोर्ड द्वारा इन दोनों बच्चों के कंकला की जांच की जाएगी। वहीं, नौ माह की लड़की निशा का कंकाल बरामद नहीं हो पाया। 

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पुलिस ने सबसे पहले 2019 में दफनाए गए लड़के नबी की कब्र की खुदाई करवाई। जुम्माद्दीन के भाइयों ने कस्सी से खुदाई शुरू की। करीब तीन फुट की खुदाई के बाद नबी के शव का कंकाल बरामद हुआ। पुलिस ने जींद से एफएसएल टीम को बुलाया। टीम में उपस्थित धर्मेंद्र सिवाच ने कब्रों का नक्शा बनाते हुए साक्ष्य जुटाए। उसके बाद 2016 में जुम्मा द्वारा हत्या करके दफनाए गए करीब ढाई माह के बच्चे आर्यन का कब्र से कंकाल निकाला गया। लेकिन आठ साल पहले दफनाई गई नौ माह की निशा का कंकाल बरामद नहीं हुआ। 

पुलिस के अनुसार कब्र से निकाले गए शव की निशानदेही गांव डिडवाड़ा निवासी इमाम मोजुद्दीन द्वारा करवाई थी। उनकी उपस्थित में नबी और आर्यन का शव दफनाया गया था। 

दोनों बच्चों के कंकालों के सात सैंपल लिए

कार्यवाहक थाना प्रभारी छत्रपाल कहा कि पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार रामपाल की मौजूदगी में कब्रों की खुदाई शुरू की गई थी। उन्होंने कहा कि जिन कब्रों से बच्चों के कंकाल बरामद किए गए उसकी मिट्टी के साथ कंकालों के सात सैंपल लिए गए हैं जिनका रोहतक पीजीआइ के डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा जांच कराया जाएगा। 

अब जुम्मा बोला: अकेले रहकर मजे से जिंदगी जीना चाहता था, इसलिए मारे पांचों बच्चे

जब बच्चों की कब्र खोदी जा रही थी तो जुम्माद्दीन टकटकी लगाए देखता रहा। इस दौरान उसने कहा कि वह अकेले रह कर मजे से अपनी जिंदगी जीना चाहता था, इसलिए उसने सिलसिले वार अपने बच्चों की हत्या की है। इसके बाद वह अपनी पत्नी को मरना चाहता था। उसके चेहरे पर अपने मासूम बच्चों के जाने का कोई गम दिखाई नहीं पड़ा। कब्रों की खुदाई के पिछले प्रयास में पुलिस ने जुम्मादीन से कब्रों की निशानदेही करवाने के लिए कहा था, लेकिन जुम्मादीन ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया था कि कब्र का कुछ अता-पता नहीं है। 


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